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Jeevan Pramaan 2025: अब बुजुर्गों को बैंक या डाकघर जाने की जरूरत नहीं, डिजिटली ऐसे होगा काम!

केंद्र सरकार ने 2025 में चौथा देशव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण अभियान शुरू किया है, जो पूरे भारत के 2,000 जिलों और उप-मंडलीय मुख्यालयों को कवर करेगा

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ऋषभ राज   
Last Updated- October 17, 2025 | 4:52 PM IST

पेंशन लेने वाले लोग हर साल अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करते हैं ताकि उनके पेंशन में कोई रुकावट न आए। 2025 में, केंद्र सरकार ने चौथा देशव्यापी डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट अभियान चलाया है, जो पूरे भारत के 2000 जिलों और उप-मंडलीय मुख्यालयों को कवर करेगा। अगर आपकी उम्र 80 साल या उससे ज्यादा है और पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक है तो आप अभी अपना अपना सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। यह 1 अक्टूबर 2025 से ही चल रहा है। इससे नवंबर के आखिरी हफ्ते की भीड़ से बच सकते हैं। बाकी पेंशनभोगी 1 नवंबर से 30 नवंबर 2025 तक जमा कर पाएंगे। ये तारीखें पेंशन डिपार्टमेंट ने तय की हैं, और समय पर जमा करने से अगले साल नवंबर तक पेंशन बिना रुके मिलती रहेगी। पहले ही जमा करने से तनाव कम होता है, खासकर अगर बात बुजुर्गों की हो तो।

जमा करने का नियम बेहद आसान!

जीवन प्रमाण पत्र, जिसे जीवन प्रमाण भी कहते हैं, आधार कार्ड पर बायोमेट्रिक से जुड़ा एक डिजिटल सर्टिफिकेट है। जमा करने के लिए आधार नंबर, पेंशन खाता और बायोमेट्रिक (जैसे चेहरा, उंगली का निशान या आंख की स्कैनिंग) जरूरी हैं। आप घर बैठे ही ये काम कर सकते हैं। मुख्य तरीके ये हैं: सबसे पहले, जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड करें और आधार फेस आरडी ऐप से चेहरे की पहचान कराएं। फिर, पोर्टल पर लॉगिन करके डिटेल्स भरें और सबमिट करें।

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पंजाब नेशनल बैंक जैसे बैंकों में 80 साल से ऊपर वालों के लिए 1 अक्टूबर से सुविधा शुरू हो जाती है। डाक विभाग का डोरस्टेप सर्विस भी उपलब्ध है, जहां डाकिया घर आकर मदद करता है। आधार से लिंक न होने पर पहले उसे जोड़वाएं। गलत डिटेल्स भरने से सर्टिफिकेट नहीं बनेगा, इसलिए सावधानी बरतें। ये सब UIDAI और पेंशन विभाग के नियमों के मुताबिक है।

क्या अब भी फिजिकल जीवन प्रमाण जरूरी है?

नहीं, फिजिकल जीवन प्रमाण जमा करना अब जरूरी नहीं रहा। डिजिटल जीवन प्रमाण को ही मान्यता मिली है, जो आधार पर बायोमेट्रिक से तैयार होता है। पहले पेंशनभोगियों को बैंक या डाकघर जाकर फॉर्म भरना पड़ता था, लेकिन अब ये पुराना तरीका वैकल्पिक है। डिजिटल सर्टिफिकेट जमा होने पर ही बैंक को ऑटोमैटिक सूचना चली जाती है, जिससे पेंशन जारी रहती है। हालांकि, अगर डिजिटल तरीका न कर पाएं, तो पुराना फिजिकल ऑप्शन अभी भी खुला है। पेंशन विभाग ने साफ कहा है कि डिजिटल ही मुख्य है, जो घर से ही पूरा हो जाता है। इससे बुजुर्गों को बाहर निकलने की झंझट से छुटकारा मिल गया है।

First Published : October 17, 2025 | 4:52 PM IST