शेयर बाजार की गिरावट के बीच इस साल विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई)ने इक्विटी बाजार में से जनवरी से लेकर अभी तक लगभग 1,00,000 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।
यह जानकारी बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने विदेशी संस्थागत निवेशकों के प्रोविजनल डैटा रिकॉर्ड से दी है। हालांकि सेबी के आंकड़ों के मुताबिक चालू कैंलेडर वर्ष में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने लगभग 52,244 करोड़ रुपये ही निकाले हैं।
एनएसई-बीएसई और सेबी के आंकड़ों में एफआईआई के निवेश की वजह से अंतर आ रहा है। दरअसल विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कारोबारी दायरे के बाहर लगभग 47,890 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
बिजनेस स्टैंडर्ड के आंकड़ों के विदेशी संस्थागत निवेशकों ने लगभग 33,281 करोड़ रुपये वरीयता इश्यू, 7,293 करोड़ रुपये आरंभिक सार्वजनिक पेशकश, 3,844 करोड़ रुपये राइट इश्यू और 3,472 करोड़ रुपये कंपनियों में निवेश किए हैं।
बीएसई और एनएसई ने विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा सभी क्षेत्रों में किए गए निवेश को भी मिलाकर आंकड़े दिए हैं। जबकि सेबी ने जो आंकड़ें दिए हैं उसमें विदेशी संस्थागत निवेशकों का इक्विटी बाजार में किया गया निवेश ही शामिल है।
इसमें प्राइमरी और सैकेडरी बाजार में कारोबार, राइट और बोनस इश्यू और विलय एवं अधिग्रहण भी शामिल हैं। बीएसई के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार चालू कैंलेडर वर्ष में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इक्विटी बाजार में तकरीबन 100,134 करोड़ रुपये कीमत की इक्विटी बेची है।