भारत की सबसे बड़ी वाइन निर्माता एवं विक्रेता सुला वाइनयार्ड्स (सुला) का आईपीओ सोमवार को खुला है और यह बुधवार को बंद होगा।
2.69 करोड़ शेयरों की पेशकश के साथ यह निर्गम पूरी तरह ऑफर-फॉर सेल (ओएफएस) है और इससे प्रवर्तकों तथा शेयरधारकों को 915-960 करोड़ रुपये हासिल होंगे। निर्गम का कीमत दायरा 340-357 रुपये पर तय किया गया है।
आईपीओवाच के अनुसार, वाइन निर्माता सुला वाइनयार्ड्स का शेयर मौजूदा समय में ऊपरी कीमत दायरे के मुकाबले 11 प्रतिशत के जीएमपी (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर है।
सुला 52 प्रतिशत भागीदारी के साथ भारत की 100 प्रतिशत अंगूर की शराब में बाजार दिग्गज है। अंगूर की शराब का बाजार कंपनी के कुल वाइन सेगमेंट में 85 प्रतिशत की भागीदारी रखता है।
आईपीओ के बारे में यहां ब्रोकरों की राय पेश की जा रही है:
सूचीबद्धता लाभ के लिए खरीदें
भारत में संपूर्ण एल्कोहल खपत में शराब योगदान 13.5 प्रतिशत के वैश्विक औसत की तुलना में 1 प्रतिशत से भी कम है। वित्त वर्ष 2022 से 2024-25 तक, भारतीय अंगूर शराब बाजार मूल्य के संदर्भ में 24 प्रतिशत और बिक्री के संदर्भ में 17 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।
हम सुला के डायरेक्ट-टु-कंज्यूमर मॉडल और परिचालन दक्षता बढ़ाने के उसके प्रयासों को पसंद कर रहे हैं।
दीर्घावधि के लिए खरीदें
कोविड-19 महामारी के बाद, सुला ने वित्त वर्ष 2022 से मुनाफे के मोर्चे पर मजबूत वृद्धि दर्ज की है, जो अब उसकी स्वयं की ब्रांड बिक्री की वजह से सीमित दायरे में बरकरार रहने की उम्मीद है।
हमने इस शेयर को दीर्घावधि नजरिये के साथ खरीदने का सुझाव दिया है, क्योंकि यह उद्योग अभी शुरुआती अवस्था में है और मांग मुख्य रूप से कुछ ही महानगरों में सीमित है।
सूचीबद्धता लाभ की संभावना सीमित
यह शेयर बड़े प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले सस्ता लग रहा है। इसमें शानदार सूचीबद्धता लाभ की गुंजाइश सीमित दिख रही है। लेकिन निवेशक सूचीबद्धता के बाद आने वाली कमजोरी पर इस शेयर पर विचार कर सकते हैं।
खरीदें
कंपनी का व्यवसाय को शुरुआती समस्याओं का सामना करना पड़ा है। अंगूर की शराब तैयार करने के लिए किसानों को काफी मेहनत करने की जरूरत होती है। इसलिए सुला के पास 30 सितंबर तक करीब 2,290 एकड़ में अंगूर उगाने के लिए आपूर्ति व्यवस्था (12 वर्षों तक) है।
खरीदें
सुला दीर्घावधि उद्योग वृद्धि का लाभ हासिल करने को तैयार है। वह अपनी ब्रांडिंग और विपणन पहलों को बढ़ाकर भी अपना वाइन टूरिज्म व्यवसाय मजबूत बनाएगी। कंपनी द्वारा महंगे उत्पादों पर जोर दिए जाने की संभावना है जिससे उसे बेहतर मार्जिन हासिल करने में मदद मिलेगी।