विद्युत क्षेत्र के लिए सुधरते परिदृश्य ने डिविडेंड यील्ड फंडों को आकर्षित किया है। चालू वित्त वर्ष 2024 के पहले चार महीनों में, 6 सबसे बड़े डिविडेंड यील्ड फंडों में से 5 ने विद्युत क्षेत्र के शेयरों में अपना निवेश बढ़ाया। कुछ ने अपने पोर्टफोलियो में नए शेयरों को शामिल किया।
इस क्षेत्र में जहां कुछ खास शेयरों ने लगातार ऊंचा प्रतिफल दिया है, वहीं हाल के महीनों में बिजली की बढ़ती मांग की उम्मीद से म्युचुअल फंडों (एमएफ) से दिलचस्पी बढ़ी है। इसके लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण एवं बढ़ते इस्तेमाल के लिए सरकारी प्रयास भी जिम्मेदार हैं।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी में वरिष्ठ फंड प्रबंधक मितुल कलावाडिया का कहना है, ‘विद्युत क्षेत्र अगले तीन-चार वर्षों के लिए आकर्षक दिख रहा है। हमने पिछले तीन साल से विद्युत क्षेत्र पर सकारात्मक नजरिया बरकरार रखा है और आगे भी इस पर उत्साहित बने रहेंगे। इस क्षेत्र अभी भी आकर्षक मूल्यांकन और लाभांश प्रतिफल पर अवसरों की पेशकश कर रहा है।’
जुलाई के अंत में, फ्रैंकलिन टेम्पलटन (16.4 प्रतिशत) और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (11.7 प्रतिशत) की लाभांश प्रतिफल योजनाओं का बड़े फंडों में विद्युत क्षेत्र के शेयरों का सर्वाधिक अवंटन था। मार्च के अंत में, इनका निवेश 15.6 प्रतिशत और 8 प्रतिशत पर दर्ज किया गया। अन्य योजनाओं के मामले में निवेश 3.7 प्रतिशत से 7.9 प्रतिशत के बीच रहा। फंड प्रबंधकों के पसंदीदा शेयरों में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन, एनटीपीसी, एनएचपीसी व सीईएससी रहे, जिन्होंने 3.3 से 5.9 प्रतिशत के बीच लाभांश दिया।