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ऐक्सिस बैंक : बेहतर प्रदर्शन

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 08, 2022 | 12:01 AM IST

ऐक्सिस बैंक का सितंबर 2008 तिमाही का परिणाम उत्साह भरा रहा है और बाजार इस बात को लेकर खुश दिखाई दे रहा है। सोमवार को बैंक के शेयरो में 20 प्रतिशत का उछाल देखा गया।


इस बात को लेकर थोरा सा आश्चर्य लगता है कि छोटे आधार और चुनौतीपूर्ण माहौल में कंपनी आक्रामक रूप से अपने लोन बुक में साल-दर-साल के हिसाब से 54 प्रतिशत की बढ़ोतरी की योजना बना रही है। इसका यह कारण नहीं कि बैंक का क्रेडिट डिपॉजिट रेशियो ज्यादा है, पिछले साल के 70 प्रतिशत की तुलना में यह 67 प्रतिशत है।

अगर बैंक इस बात को लेकर भी निश्चिंत है कि वह अपने क्रेडिट की गुणवत्ता को बरक रार रख पाएगा लेकिन फिर भी मौजूदा क्रेडिट वातावरण लेंडिंग को लेकर बेहतर नहीं लग रहा है और छोटी कंपनियां के प्रदर्शन पर तो मंदी का प्रभाव तेजी से पड़ रहा है।

ऐक्सिस बैंक का पोर्टफोलियो अभी भी खासा उत्साहवर्धक है क्योंकि बैंक के  शुध्द नॉन-परफॉर्मिंग लोन ( एनपीएलएस)में 20 प्रतिशत की बढोतरी हुई है लेकिन ग्राहकों की हिस्सेदारी के लिहाज से यह 0.43 प्रतिशत के कमतर स्तर पर रहा है। इसके अलावा प्रोवीजन पिछले साल जून की तिमाही के297 करोड क़ी तुलना में 256 प्रतिशत के न्यूनतम स्तर पर है।

ऐसा लगता है कि बैंक ने मार्क-टू-मार्केट घाटे की भरपाई फॉरेक्स डेरिवेटिव से कर रही है। वित्त वर्ष 2009 की दूसरी तिमाही केआंकड़े काफी अच्छे हैं क्योंकि बैंक ने खुदरा और लघु और मंझोले उद्योगों को दोनो को क्रमश: 55 प्रतिशत और 68 प्रतिशत तक कर्ज दिए हैं।

गौरतलब है कि बैंक ने कर्ज अपेक्षाकृत बेहतर दरों पर दिए हैं जिससे कि बैंक के एडवांस में 10.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। चूंकि फंडों की कीमत में मात्र 12 आधार अंकों की बढोतरी हुई है और जिससे कि बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन 16 आधार अंकों के उछाल के साथ 3.5 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया है।

खुदरा क्षेत्र को ज्यादा से ज्यादा उधार देने के कारण बैंक के इनकम फीस में जबरदस्त बढोतरी हुई है और इसमें साल-दर-साल के हिसाब से 48 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। लागत में मात्र 48 प्रतिशत की बढोतरी होने कारण बैंक के ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 89 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और यह 874 करोड रुपये के स्तर पर पहुंच गया है।

बैंक का टियर-1 कैपिटल एडीक्वेसी रेशियो 9.2 के अपेक्षाकृत कम स्तर पर है जोकि पिछले साल के स्तर से 13 प्रतिशत कम है। फिलहाल 663 रुपये के माजूदा मूल्य पर बैंक के शेयरों का कारोबार वित्त वर्ष 2009 के बुक वैल्यू के 2.5 गुना के स्तर पर हो रहा है।

सिंटेक्स: सामान्य कारोबार

प्लास्टिक फ्रैब्रीकेटर सिंटेक्स के ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन में सिक्वेंशियल बेसिस पर फिर से जबदस्त उछाल आया और यह 565 आधार अंकों के उछाल के साथ 16.7 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया।

हालांकि यह पिछले साल के सितंबर तिमाही की तुलना में 350 आधार अंक कम है जिसका कि कारण कर्मचारियों पर और कारोबारी वस्तुओं पर पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा खर्च होना रहा। हालांकि 2,274 हजार करोड़ के फर्म ने अपेक्षाकृत अधिक कंसोलिडेट में 85 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की और साथ ही शुध्द मुनाफा भी 87 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 84 करोड रुपये रहा।

महत्वपूर्ण प्लास्टिक सेगमेंट जैसे कस्टम माउल्डिंग, प्रीफैब्रीकेटेड और मोनोलिथिक स्ट्रक्चर के बेहतर कारोबार करने से कपंनी का विकास वित्त वर्ष 2009 की दूसरी तिमाही में साल-दर-साल के हिसाब से 645 करोड रुपये के स्तर पर रहा। इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह रही कि कंपनी केमानोलिथिक निर्मा प्रभाग जिसका कि कपंनी केकुल राजस्व में योगदान 10 प्रतिशत से कम है, उसके पास 1,400 करोड से ज्यादा के ऑर्डर हैं।

सिंटेक्स की इस क्षेत्र में पूरा नियंत्रण है राज्य सरकारों के कम लागत वाले हाउसिंग के लिए पहल किए जाने के बाद कंपनी को फायदा मिलने की उम्मीद है। कंपनी गुजरात में 750 करोड रुपये की परियोजना पर काम कर रही है जिसके तहत कि 50,000 घर बनाए जाएंगे।

सिंटेक्स ने जून 2007 के बाद से अब तक विदेशों में कस्टम मॉडलिंग के क्षेत्र में पांच अधिग्रहण किए हैं और इसमें यह 990 करोड रुपये का निवेश कर रही है और कंपनी की विदेशों में इकाई के मार्जिन में सुधार हो रहा है। हालांकि यूरोप और अमेरिका में कंपनी की इकाईओं पर इन देशों की अर्थव्यवस्था में आई मंदी के कारण मार्जिन पर असर पड़ सकता है।

इसके अलावा कंपनी के लिए चिंता करने की दूसरी बात यह है कि जेपलिन मोबाइल सिस्टम के राजस्व में उतनी गति नहीं आ पा रही है। विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी की सबसे बड़ी खूबी क्षमताओं का पूरा उपयोग और नए उत्पादों को तेजी से पहचान लेने की क्षमता है। कपंनी का परिसंपत्ति आधार 1,600 करोड रुपये के  साथ खासा मजबूत है। फिलहाल 219 रुपये की कीमत पर कंपनी के शेयरों का कारोबार वित्त वर्ष 2009 के अर्निंग्स के 8.7 गुना के स्तर पर हो रहा है।

First Published : October 14, 2008 | 10:52 PM IST