म्युचुअल फंडों में सक्रिय एसआईपी खातों की संख्या करीब 10 करोड़ हो गई है। इसे इक्विटी बाजार में तेजी और एनएफओ में बढ़ोतरी से सहारा मिला है और इस कारण कैलेंडर वर्ष 2024 में खातों की बढ़ती संख्या को मजबूती मिली है। कैलेंडर वर्ष के पहले आठ महीने में म्युचुअल फंडों ने 1.97 करोड़ खाते जोड़े जबकि कैलेंडर वर्ष 2023 की पूरी अवधि में 1.51 करोड़ खाते जुड़े थे।
एसआईपी खातों की संख्या में बढ़ोतरी ने एसआईपी के मासिक संग्रह में स्थिर इजाफे में भी योगदान किया। दिसंबर 2023 में एसआईपी का योगदान 17,610 करोड़ रुपये था जो अगस्त में बढ़कर 23,547 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
म्युचुअल फंड उद्योग के लिए एसआईपी निवेश के अहम स्रोत के तौर पर उभरा है। इक्विटी फंडों में मार्च 2021 के बाद से लगातार 42वें महीने निवेश सकारात्मक बना रहा क्योंकि महामारी के बाद एसआईपी को लेकर झुकाव में इजाफा हुआ।
मोटे तौर पर 90 फीसदी एसआईपी निवेश इक्विटी फंडों की ओर जाता है। इन योजनाओं ने 2024-25 में अब तक करीब 1.7 लाख करोड़ रुपये संग्रहित किए हैं जो 2023-24 में संग्रहित 1.8 लाख करोड़ रुपये का 92 फीसदी है।
खातों के जुड़ाव के आंकड़ों के आधार पर ज्यादातर नए एसआईपी खातों के सेक्टोरल, स्मॉलकैप और मिडकैप फंडों में होने की संभावना है।