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एलआईसी आईपीओ को पहले दिन 67 फीसदी बोलियां

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 7:17 PM IST

बीमा दिग्गज भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को पहले दिन आज निवेशकों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली। पहले दिन 67 फीसदी बोलियां मिलीं, जिससे पॉलिसीधारकों, कर्मचारियों और खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी का पता चलता है। कंपनी का निर्गम 9 मई को बंद होगा।
पहले दिन पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित निर्गम के लिए करीब दोगुनी बोलियां आईं। इसी तरह कर्मचारियों की श्रेणी में 1.17 गुना और खुदरा निवेशक श्रेणी में 0.6 गुना बोलियां आईं। गैर-संस्थागत निवेशकों ने 0.27 गुना और पात्र संस्थागत खरीदारों ने 0.33 गुना बोलियां लगाईं।
निर्गम में 16.20 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई है, जिनमें से 10.86 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। खुदरा निवेशकों और एलआईसी कर्मचारियों को निर्गम मूल्य में 45 रुपये प्रति शेयर की छूट और पॉलिसीधारकों को 60 रुपये प्रति शेयर की छूट दी जा रही है। एलआईसी ने निर्गम का मूल्य दायरा 902 से 949 रुपये प्रति शेयर तय किया है।
सरकार एलआईसी के आईपीओ के जरिये बाजार से भारी मात्रा में पैसे जुटाने की संभावना देख रही है और एलआईसी का निर्गम सप्ताहांत पर भी खुला रहेगा।
एलआईसी ने निर्गम से पहले सोमवार को एंकर निवेशकों से 5,627 करोड़ रुपये जुटाए थे। इनमें से 71 फीसदी रकम घरेलू म्युचुअल फंडों की ओर से आई। कुल मिलाकर एलआईसी ने 949 रुपये प्रति शेयर भाव पर 123 निवेशकों को करीब 5.93 करोड़ शेयर आवंटित किए, जिनमें से 4.21 करोड़ शेयर 15 घरेलू म्युचुअल फंडों को आवंटित किए गए।
एसबीआई म्युचुअल फंड ने चार अलग-अलग योजनाओं के जरिये 1,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ ने दर्जन भर से अधिक योजनाओं के जरिये 700 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के शेयर खरीदे और एचडीएफसी एमएफ ने 10 अलग-अलग योजनाओं के तहत 650 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। आदित्य बिड़ला सन लाइफ एमएफ और ऐक्सिस एमएफ ने भी एंकर निवेशक के तौर पर एलआईसी में निवेश किया है।
विदेशी फंडों में सिंगापुर के सॉवरिन वेल्थ फंड ने 400 करोड़ रुपये और बीएनपी पारिबा ने करीब 450 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। विदेशी फंडों से करीब 1,600 करोड़ रुपये का निवेश आया। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के जोखिम को देखते हुए विदेशी फंडों की ओर से मांग अपेक्षाकृत कम रही। सरकार एलआईसी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 20,557 करोड़ रुपये जुटाने की संभावना देख रही है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है।

अंबुजा में एलआईसी के लिए मुनाफे का मौका
भारत की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी अंबुजा का कोई नया मालिक अधिग्रहण करने जा रहा है। इससे भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को मुनाफे का मौका मिलने जा रहा है, जिसकी अंबुजा सीमेंट्स और उसकी सहायक एसीसी में 7,047 करोड़ रुपये मूल्य की अल्पांश हिस्सेदारी है।
एलआईसी की अंबुजा सीमेंट्स में 6.3 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसका मूल्य 4,602 करोड़ रुपये है। देश की इस सबसे बड़ी बीमा कंपनी की एसीसी में 5.66 फीसदी है, जिसका मूल्य 2,445 करोड़ रुपये है। बैंकिंग सूत्रों का कहना है कि जब अधिग्रहणकर्ता इन कंपनियों के लिए खुली पेशकश लाएगा, उस समय एलआईसी और अन्य हिस्सेदारों के पास भारी मुनाफा लेकर इन दोनों कंपनियों सेे बाहर निकलने का विकल्प होगा।
पिछले सप्ताह अदाणी समूह और जेएसडब्ल्यू समूह ने अंबुजा सीमेंट्स के लिए उसकी स्विस मूल कंपनी होल्सिम को गैर-बाध्यकारी बोलियां सौंपी हैं। देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक भी दौड़ में शामिल है, लेकिन बैंक अधिकारियों का कहना है कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की संभावित आपत्तियों के कारण इसकी पेेशकश को शायद प्राथमिकता नहीं दी जाए क्योंकि होल्सिम जल्द सौदे को निपटाना चाहती है।    

First Published : May 5, 2022 | 12:52 AM IST