चालू वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के दौरान चार सूचीबद्ध रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट्स) ने भारत में 2.6 लाख से अधिक यूनिटधारकों को कुल 1,505 करोड़ रुपये बांटे हैं। यह जानकारी भारतीय रीट्स संघ (आईआरए) ने दी है। बांटी गई रकम बीते वित्त वर्ष 2024 के 1,289 करोड़ रुपये से करीब 17 फीसदी अधिक है।
भारत में चार सार्वजनिक सूचीबद्ध रीट में ब्रूकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट, एम्बेसी ऑफिस पार्क्स रीट, माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स रीट और नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट शामिल है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के अनुसार, रीट्स को अपनी कुल कर योग्य आय का कम से कम 90 फीसदी बांटना जरूरी है।
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में सभी रीट्स के मुकाबले एम्बेसी ऑफिस पार्क रीट का प्रति यूनिट वितरण (डीपीयू) सबसे ज्यादा बढ़ा है। रीट ने प्रति यूनिट 5.9 रुपये दिए हैं और कुल मिलाकर 559 करोड़ रुपये वितरित किए हैं, जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 13 फीसदी अधिक है।
इस बीच, समीक्षाधीन तिमाही के दौरान माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स रीट ने 315 करोड़ रुपये यानी 5.32 रुपये प्रति यूनिट वितरण की जानकारी दी है, जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 10.9 फीसदी अधिक है।
नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट ने कुल मिलाकर 332.7 करोड़ रुपये यानी 2.196 रुपये प्रति यूनिट बांटे हैं, जो पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा है। ब्रूकफील्ड रीट ने पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 3 फीसदी वृद्धि के साथ प्रति यूनिट 4.9 रुपये वितरित किए हैं। हालिया आईआरए के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय रीट बाजार अब लगभग 1.52 लाख करोड़ रुपये की प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) की देखरेख करता है, जिसका बाजार पूंजीकरण 7 फरवरी, 2025 तक 95,000 करोड़ रुपये से अधिक है। इन रीट्स द्वारा प्रबंधित पोर्टफोलियो देश भर में ग्रेड ए कार्यालय और खुदरा स्थान के 12.6 करोड़ वर्ग फुट (एमएसएफ) से अधिक को कवर करते हैं।