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In Parliament: बनेगा खाटू श्याम मंदिर रेल्वे स्टेशन, 17 किमी की रेललाइन, 254 करोड़ का खर्च

2024-25 के दौरान रींगस- दिल्ली के बीच मात्र एक साल में 4.98 लाख यात्रियों ने सफर किया, और ट्रेनों में औसत बुकिंग 100% से भी ज्यादा रही है।

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निमिष कुमार   
Last Updated- August 06, 2025 | 9:03 PM IST

राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर तक सीधे रेल संपर्क प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी पहल की है। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में जानकारी देते हुए बताया कि रिंगस से खाटू श्याम मंदिर को जोड़ने वाली 17 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी गई है। इस परियोजना की लागत 254 करोड़ रुपये तय की गई है और इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

संसद के मॉनसून सत्र के दौरान रेलवे मंत्री ने सदन में बताया कि इस परियोजना के लिए वित्त वर्ष 2025-26 में 43 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। वर्तमान में रिंगस, जो खाटू श्याम मंदिर के लिए प्रमुख रेल हेड के रूप में कार्य करता है, दिल्ली से 8 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के माध्यम से जुड़ा हुआ है, जिनमें से 3 ट्रेनें प्रतिदिन चलती हैं।

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रिंगस से दिल्ली के बीच यात्रा का आंकड़ा:

  • वर्ष 2024-25 में 4.98 लाख आरक्षित यात्रियों ने यात्रा की
  • 2025-26 (जून 2025 तक) में 1.25 लाख यात्रियों ने सफर किया
  • इस दौरान ट्रेनों की औसत बुकिंग क्षमता 100% से अधिक रही

कोटा-जयपुर-रिंगस रेल कनेक्टिविटी:

रेल मंत्री ने बताया कि इसके अलावा, कोटा से जयपुर को जोड़ने के लिए 29 जोड़ी ट्रेनें उपलब्ध हैं और कोटा से रींगस के बीच भी तीन जोड़ी ट्रेनों का नियमित संचालन हो रहा है। वहीं, तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनें भी कोटा-जयपुर-रींगस रूट पर चल रही हैं, जो इस रूट पर यात्रियों की जरूरतें पूरी कर रही हैं। नई परियोजना के बनने से खाटू श्याम जी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेन से और बेहतर और सीधी सुविधा मिलेगी।

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First Published : August 6, 2025 | 5:13 PM IST