मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश से संबंधित राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) को लेकर जारी विवाद के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि सरकार परीक्षा के संचालन में किसी भी तरह की गड़बड़ी या अनियमितता बरदाश्त नहीं करेगी और यदि कोई गड़बड़ी पाई गई तो राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की जवाबदेही तय की जाएगी।
जिन 6 केंद्रों पर परीक्षा के प्रश्नपत्र गलत तरीके से वितरित किए गए थे और उम्मीदवारों को समय की बरबादी के लिए कृपांक दिया गया था, उनके खिलाफ कार्रवाई पर प्रधान ने कहा, ‘हर पहलू पर गौर किया जा रहा है। जवाबदेही तय की जाएगी और चूक की प्रकृति के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।’
उन्होंने कहा, ‘किसी भी परीक्षा के संचालन में किसी भी तरह की गड़बड़ी या अनियमितता की कोई गुंजाइश नहीं है। हम इसे बरदाश्त नहीं करेंगे। अगर कोई गड़बड़ी पाई गई तो राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की जवाबदेही भी तय की जाएगी।’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि मोदी सरकार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री और एनटीए के माध्यम से ‘नीट घोटाले को ढंकना’ शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘वे अभी-अभी चुनाव हारे हैं और अब एक नया मुद्दा तलाश रहे हैं। हमारे पास तथ्य हैं और झूठ के आधार पर छात्रों और जनता को गुमराह करना सही नहीं है।’
उच्चतम न्यायालय ने नीट-यूजी, 2024 में कथित अनियमितताओं की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच के अनुरोध वाली याचिका पर शुक्रवार को केंद्र एवं राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) से जवाब मांगा।