अगर मंदी के दो वर्ष बाद वर्ष 2022 में भारतीय बॉक्स ऑफिस पर कमाई के लिहाज से थोड़ी रौनक लौटी हो तो इसका मतलब यह है कि वर्ष 2023 में यह रौनक और बुलंद होगी। इस साल रिलीज होने वाली फिल्मों की तादाद अधिक है, ऐसे में इस साल सिनेमाघरों में ज्यादा दर्शक भी दिखेंगे। कैलेंडर वर्ष 2022 में बॉक्स ऑफिस पर कुल कमाई करीब 11,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी।
मल्टीप्लेक्स चेन के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि इस साल हिंदी फिल्म उद्योग की वापसी और भी बेहतर होने की उम्मीद है क्योंकि दक्षिण भारतीय फिल्में भी लोकप्रिय हो रही हैं और उनकी रिलीज के साथ ही बड़ी तादाद में हॉलीवुड फिल्में भी रिलीज होने वाली हैं।
पीवीआर पिक्चर्स के मुख्य कार्याधिकारी और मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष कमल ज्ञानचंदानी कहते हैं, ‘देश के बॉक्स ऑफिस के लिए वर्ष 2023 में बहुत अच्छी संभावनाएं हैं। मुझे आश्चर्य होगा अगर बॉक्स ऑफिस कमाई (सकल) 12,000 करोड़ रुपये तक नहीं पहुंच पाई।’ उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में कमजोर प्रदर्शन करने वाली हिंदी फिल्में, उम्मीदों पर खरी उतर सकती हैं। पिछले साल भारत में विभिन्न भाषाओं की करीब 1,100-1,200 फिल्में बड़े पर्दे पर रिलीज हुई थीं। यह संख्या वर्ष 2023 में 1,500-1,600 तक पहुंच सकती है। महामारी से पहले, भारत में हर साल 2,000 फिल्में रिलीज होती थीं।
बॉक्स ऑफिस पर कुल वैल्यू के लिहाज से दक्षिण की फिल्मों सहित गैर-हिंदी भाषा की फिल्मों की हिस्सेदारी 2019 के 40 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2022 में 52 प्रतिशत हो गई। सिनेमा विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल यह हिस्सेदारी 55 प्रतिशत तक जा सकती है। कुल घरेलू बॉक्स ऑफिस में हिंदी भाषा की फिल्मों की हिस्सेदारी 42-45 प्रतिशत तक पहुंच सकती है जो 2022 में 40 प्रतिशत थी।
मल्टीप्लेक्स चेन आईनॉक्स लीजर के मुख्य प्रोग्रामिंग अधिकारी राजेंद्र सिंह ज्याला कहते हैं, ‘वर्ष 2020 और 2021 के दो कठिन वर्षों के बाद, वर्ष 2022 में घरेलू बॉक्स ऑफिस में सुधार दिखा, बावजूद इसके कि तीसरी लहर के कारण कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण साल की धीमी शुरुआत हुई।’
उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2022 में सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्मों की संख्या 1,200 के करीब थी। रिलीज होने वाली फिल्मों की तादाद वर्ष 2023 में 1,500 को पार कर सकती है क्योंकि हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं के लगभग सभी बड़े फिल्मी सितारों की फिल्में इस साल रिलीज होने वाली हैं।’ अभिनेता शाहरुख खान की पांच साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी होने वाली है और उनकी तीन फिल्में ‘पठान’ (25 जनवरी), ‘जवान’ (2 जून) और ‘डंकी’ (22 दिसंबर) को रिलीज होगी। मशहूर अदाकार सलमान खान की दो फिल्में भी इस साल रिलीज होंगी और वह ‘किसी का भाई किसी की जान’ (21 अप्रैल) और ‘टाइगर 3’ (10 नवंबर) में नजर आएंगे। इसके अलावा अभिनेता अजय देवगन ‘भोला’ (30 मार्च) में नजर आएंगे जबकि रणबीर कपूर ‘तू झूठी मैं मक्कड़’ (8 मार्च) और एनिमल (11 अगस्त) में नजर आएंगे। कार्तिक आर्यन की ‘शहजादा’ (10 फरवरी) और ‘सत्यप्रेम की कथा’ (29 जून) भी इसी साल रिलीज होगी।
दक्षिण भारत की फिल्में भी रिलीज होने के लिए तैयार हैं और जनवरी में पोंगल के दौरान सिनेमाघरों को तमिल भाषा की फिल्म ‘तुनिवू’ और ‘वारिसु’ के रिलीज होने का इंतजार है जिसमें क्रमशः अजीत और विजय जैसे अभिनेता हैं। तेलुगू के सितारे प्रभास, बॉलीवुड की अभिनेत्री कृति सैनन और सैफ अली खान अभिनीत बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘आदिपुरुष’ जून में सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इस साल पुष्पा (अल्लू अर्जुन अभिनीत), इंडियन (कमल हासन अभिनीत) और पोन्नियिन सेलवन (मणिरत्नम द्वारा निर्देशित फिल्म) जैसी फिल्मों का सीक्वल भी आने की उम्मीद है। अप्रैल महीने में रजनीकांत की फिल्म ‘जेलर’ के साथ वापसी होगी।
मुंबई की सलाहकार कंपनी ऑरमैक्स मीडिया के अधिकारी गौतम जैन कहते हैं, ‘भारतीय बॉक्स ऑफिस के लिए, वर्ष 2022 एक मिला-जुला वर्ष था क्योंकि महामारी से पहले रिलीज होने वाली कई फिल्में उस वर्ष रिलीज हुई थीं। उस वक्त तक दर्शकों की पसंद और उम्मीदें बदल गई थीं, जिसके कारण कई फिल्में खारिज हो गई थीं। जिन फिल्मों को दर्शकों ने स्वीकार किया उन फिल्मों ने रिकॉर्ड तोड़ सफलता हासिल की। मेरे विचार से, 2023 सभी भाषाओं की फिल्मों के लिए एक नई तस्वीर तैयार करेगा। मुझे उम्मीद है कि वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 बॉक्स ऑफिस पर बेहतर नतीजे देगा।’
इस साल बड़ी हॉलीवुड फिल्में भी रिलीज होंगी मसलन जनवरी में, ‘पुस इन बूट्स: द लास्ट विश’ वहीं फरवरी में ‘एंट-मैन ऐंड द वास्प: क्वांटमैनिया’, मार्च में ‘जॉन विक: चैप्टर 4’ मई में ‘गार्डियंस ऑफ दि गैलेक्सी वॉल्यूम 3’ और ‘फास्ट एक्स’, जून महीने में ‘स्पाइडर-मैन: एक्रॉस दि स्पाइडर-वर्स’ और ‘ट्रांसफॉर्मर्स: राइज ऑफ दि बीस्ट्स’, जुलाई में ‘मिशन: इम्पॉसिबल 7’ और ‘कैप्टन मार्वल 2’ और दिसंबर में ‘एक्वामैन’ और ‘लॉस्ट किंगडम’ जैसी फिल्में शामिल हैं।