Company website- Jubilant Bhartia Group
जुबिलेंट भरतिया समूह (Jubilant Bhartia Group) के चेयरमैन श्याम एस भरतिया (Shyam S Bhartia) ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह मामले की जांच में पुलिस के साथ सहयोग करेंगे। जुबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड Jubilant FoodWorks Limited (JFL) की ओर से मंगलवार को शेयर बाजार को दी गई सूचना में यह बात कही गई है। सूचना के मुताबिक, भरतिया ने प्राथमिकी में लगाए गए आरोपों को “झूठा, बेबुनियाद और अपमानजनक” करार देते हुए कहा कि ये आरोप “उनके खिलाफ स्पष्ट रूप से दुर्भावनापूर्ण इरादे से लगाए गए हैं।”
मीडिया के एक वर्ग के अनुसार, एक बॉलीवुड अभिनेत्री (जिसका नाम उजागर नहीं किया गया है) ने भरतिया और उनके एक सहयोगी के खिलाफ बलात्कार और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। जेएफएल ने कहा, “… कंपनी को जुबिलेंट भरतिया समूह के चेयरमैन श्री श्याम एस भारतीय से एक बयान प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्होंने सभी आरोपों को बेबुनियाद, झूठा और अपमानजनक बताते हुए उन्हें खारिज किया है और कहा है कि ये आरोप उनके खिलाफ स्पष्ट रूप से दुर्भावनापूर्ण इरादे से लगाए गए हैं।”
कंपनी ने कहा कि बंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) के आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पुलिस मामले के गुण-दोष के आधार पर उसकी जांच करेगी। जेएफएल के अनुसार, उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में यह भी स्पष्ट किया है कि उसने किसी भी तरह से शिकायत के गुण-दोष पर गौर नहीं किया है।
कंपनी ने कहा, “एक सम्मानित नागरिक के रूप में श्याम एस भरतिया जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग करेंगे, जब भी ऐसा करने के लिए कहा जाएगा। चूंकि, इस मामले में जांच जारी है, इसलिए इस स्तर पर कोई अतिरिक्त टिप्पणी नहीं की जा सकती।” उसने कहा कि भरतिया ने अपने परिवार की निजता का सम्मान करने का अनुरोध किया है। जेएफएल ने कहा कि इन आरोपों से कंपनी या उसके परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
Jubilant Bhartia Group की वेबसाइट के अनुसार श्याम भारतीया अपने भाई हरी भारतीया के साथ मिलकर जुबिलेंट भारतीया ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। इस समूह का मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में स्थित है। यह ग्रुप फार्मास्युटिकल्स, अनुबंध अनुसंधान एवं विकास सेवाएं (Contract Research & Development Services), स्वामित्व वाले नवीन औषधि (Proprietary Novel Drugs), लाइफ साइंस इंग्रीडिएंट्स, कृषि उत्पाद, परफॉर्मेंस पॉलिमर्स, फूड सर्विस (QSR), खाद्य उद्योग, ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस परामर्श और ऑयलफील्ड सेवाओं जैसे विविध क्षेत्रों में अपनी मजबूत उपस्थिति रखता है।
जुबिलेंट भारतीया ग्रुप की चार प्रमुख कंपनियां भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हैं: जुबिलेंट फार्मोवा लिमिटेड, जुबिलेंट इंग्रेविया लिमिटेड, जुबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड और जुबिलेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड। वर्तमान में, ग्रुप के पास वैश्विक स्तर पर लगभग 46,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।
श्याम भारतीया जुबिलेंट फार्मोवा लिमिटेड, जुबिलेंट इंग्रेविया लिमिटेड के अध्यक्ष है, वहीं जुबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं निदेशक है। वे जुबिलेंट फार्मा लिमिटेड, सिंगापुर के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (यह कंपनी जुबिलेंट फार्मोवा लिमिटेड की 100% स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है) भी हैं। ग्रुप की सहायक कंपनी जुबिलेंट फार्मोवा लिमिटेड अमेरिका और कनाडा में भी मौजूद है, जहां इसके लगभग 2,200 कर्मचारी कार्यरत हैं। जुबिलेंट फूडवर्क्स भारत में डोमिनोज़ पिज्जा और डंकिन’ डोनट्स रेस्तरां की मास्टर फ्रैंचाइज़ी संचालित करती है।
श्याम भारतीया ने सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक (B.Com) किया है। वे भारतीय लागत और लेखा संस्थान (ICWAI) के फेलो सदस्य और एक योग्य लागत एवं कार्य लेखाकार (Cost & Works Accountant) भी हैं। श्याम भारतीया की पत्नी शोभना भारतीया हैं, जो एचटी मीडिया लिमिटेड की चेयरपर्सन और एडिटोरियल डायरेक्टर हैं और पूर्व राज्यसभा सांसद भी रह चुकी हैं।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मुंबई और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य रहे। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) और कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) की कार्यकारी समिति के सदस्य रहे। भारत सरकार द्वारा नियुक्त रसायन उद्योग पर टास्क फोर्स के सदस्य रहे। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के वार्षिक सम्मेलन में नियमित रूप से भाग लेते हैं और “केमिस्ट्री एंड एडवांस्ड मैटेरियल्स” गवर्नर्स बोर्ड के सदस्य हैं। इसके साथ साथ वे चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड के बोर्ड में निदेशक, FICCI सिंगापुर काउंसिल के चेयरमैन और पूर्व में एयर इंडिया के बोर्ड में निदेशक भी रह चुके हैं।
श्याम भारतीया कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के प्रबल समर्थक हैं। उन्होंने अपने भाई हरी भारतीया के साथ मिलकर जुबिलेंट भारतीया फाउंडेशन की स्थापना की, जो प्राथमिक शिक्षा, बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं और आजीविका सृजन कार्यक्रमों के जरिए सामाजिक विकास में योगदान देता है। वे “सोशल एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवॉर्ड – इंडिया” के सह-संस्थापक भी हैं, जो जुबिलेंट भारतीया फाउंडेशन और श्वाब फाउंडेशन की संयुक्त पहल है। यह पुरस्कार भारत में सफल और उभरते सामाजिक उद्यमियों को सम्मानित करता है।
जुबिलेंट भारतीया ग्रुप की बेबसाइट के मुताबिक समूह विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति रखता है, जिसमें फार्मास्युटिकल्स, अनुबंध अनुसंधान और विकास सेवाएं (Contract Research and Development Services), स्वामित्व वाले नवीन औषधि (Proprietary Novel Drugs), लाइफ साइंस इंग्रीडिएंट्स, कृषि उत्पाद, परफॉर्मेंस पॉलिमर्स, फूड सर्विस (क्विक सर्विस रेस्टोरेंट – QSR), खाद्य पदार्थ, ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस और ऑयलफील्ड सेवाओं में परामर्श शामिल हैं। जुबिलेंट भारतीया ग्रुप की चार प्रमुख कंपनियां हैं – जुबिलेंट फार्मोवा लिमिटेड, जुबिलेंट इंग्रेविया लिमिटेड, जुबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड और जुबिलेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड। वर्तमान में, इस ग्रुप के पास वैश्विक स्तर पर लगभग 43,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।
कंपनी वेबसाइट के अनुसार Jubilant FoodWorks Limited (JFL) की स्थापना 1995 में हुई और इसने 1996 में अपने संचालन की शुरुआत की। कंपनी और इसकी सहायक कंपनी डोमिनोज़ पिज्जा ब्रांड का संचालन करती हैं, जिसके लिए भारत, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका में विशेष अधिकार प्राप्त हैं। JFL भारत की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ने वाली फूड सर्विस कंपनी है। 30 सितंबर 2024 तक, कंपनी के पास 447 शहरों में 2,079 डोमिनोज़ पिज्जा रेस्तरां हैं।
डंकिन’ डोनट्स, (Dunkin’ Donuts) डंकिन’ ब्रांड्स की एक सहायक कंपनी, दुनिया की अग्रणी बेक्ड गुड्स और कॉफी चेन है। यह हर साल 1 बिलियन से अधिक कप कॉफी बेचती है और रोजाना 3 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करती है। डंकिन’ डोनट्स अपने मेनू में डोनट्स, दर्जनों कॉफी पेय पदार्थों, बैगल्स, ब्रेकफास्ट सैंडविच और अन्य बेक्ड आइटम्स की विस्तृत रेंज पेश करता है। जुबिलेंट फूडवर्क्स ने अप्रैल 2012 में भारत में डंकिन’ डोनट्स को लॉन्च किया। 30 सितंबर 2024 तक, JFL के पास भारत के 12 शहरों में 32 डंकिन’ डोनट्स रेस्तरां हैं।
2019 में, कंपनी ने चीनी फास्ट-कैज़ुअल सेगमेंट में अपने पहले स्वदेशी ब्रांड हॉन्ग्स किचन (Hong’s Kitchen) के साथ कदम रखा। इसका पहला रेस्तरां गुरुग्राम, भारत में खोला गया। हॉन्ग्स किचन का डिज़ाइन युवा, अंतरराष्ट्रीय रूप वाला और एशियाई स्ट्रीट मार्केट्स के रंगों और ऊर्जा से प्रेरित है। 30 सितंबर 2024 तक, इस ब्रांड के 8 शहरों में 34 रेस्तरां हैं।
जुबिलेंट फूडवर्क्स ने प्रतिष्ठित अमेरिकी चिकन ब्रांड पोपीज (Popeyes) को भारत में लॉन्च किया है। कंपनी भारत, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान में मास्टर फ्रैंचाइज़ी के रूप में पोपीज रेस्तरां का विकास, संचालन और स्वामित्व कर रही है। पोपीज की 45 साल की विरासत और पाक-कला परंपरा है। यह दुनिया के 25 देशों में 3,400 से अधिक रेस्तरां संचालित करता है। 30 सितंबर 2024 तक, भारत के 22 शहरों में 54 पोपीज रेस्तरां हैं।
जुबिलेंट फूडवर्क्स अपने विभिन्न ब्रांड्स के जरिए भारत में फूड सर्विस उद्योग के अलग-अलग और गैर-प्रतिस्पर्धी सेगमेंट को पूरा करता है। इनमें शामिल हैं: पिज्जा होम डिलीवरी मार्केट (डोमिनोज़ पिज्जा) एवं ऑल-डे फूड और बेवरेज मार्केट (डंकिन’ डोनट्स, हॉन्ग्स किचन, पोपीज)।
बिजनेस स्टैंडर्ड की पहले की रिपोर्ट के मुताबिक जुबिलैंट भरतिया समूह (Jubilant Bhartia Group) हिंदुस्तान कोका कोला में 40 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण की वित्तीय व्यवस्था करने के लिए बॉन्डों के जरिये 5,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है।
बैंकिंग सूत्रों का कहना है कि समूह डिबेंचर जारी करने की संभावना तलाश रहा है। कोका कोला की इकाइयों में 40 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण पर लगभग 12,550 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसका वित्त पोषण डेट, कन्वर्टीबल इंस्ट्रूमेंट्स और समूह से इक्विटी के समावेश के जरिये किए जाने की योजना है। जुबिलैंट भरतिया समूह (Jubilant Bhartia Group) ने इस संबंध में बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया था।
द इकोनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया था कि गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) HCCB की हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए स्थापित विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) को विशेष रूप से फंडिंग करने के लिए सहमत हो गया है और इस सौदे में भरतिया परिवार के साथ साझेदारी करेगा। मात्रा के लिहाज से देखें तो, भारत कोका-कोला का पांचवां सबसे बड़ा बाजार है। भारत कंपनी के लिए एक अहम ग्रोथ का क्षेत्र माना जाता है। यहां पैकेज्ड सॉफ्ट ड्रिंक्स की प्रति व्यक्ति खपत कम होने के कारण विस्तार की बड़ी संभावनाएं हैं।
हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज का रेवेन्यू FY24 में 9.2 प्रतिशत बढ़कर 14,021 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर 247 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, कंपनी अगले पांच वर्षों में अपनी बॉटलिंग क्षमता बढ़ाने और गुजरात व मध्य प्रदेश में नए प्लांंट स्थापित करने के लिए 1.5 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
Coca Cola को लेकर जुबिलैंट भरतिया समूह का 12,550 करोड़ का बड़ा दांव