भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय तकनीक (फिनटेक) इकाइयों और उनके एसोसिएशनों के साथ बुधवार को हुई बैठक में सलाह दी है कि नए दौर की फर्मों को अपने नवोन्मेष के माध्यम से वित्तीय व्यवस्था में परिवर्तनकारी भूमिका निभाने के साथ प्रशासन से जुड़े मसलों, डेटा संरक्षण और नियामकीय अनुपालन पर खास ध्यान देना चाहिए। इस बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास, डिप्टी गवर्नर एमके जैन और केंद्रीय बैंक के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
रिजर्व बैंक नियमित रूप से वित्तीय क्षेत्र के सभी साझेदारों से बात कर रहा है, जिसमें बैंक व गैर बैंकिग वित्तीय कंपनियां शामिल हैं। इसका मकसद जमीनी स्थिति जानना और इस क्षेत्र में आ रहे व्यवधानों के बारे में उनके विचार जानना है। फिनटेक के साथ यह बैठक इसी मकसद के साथ आयोजित की गई थी। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने फिनटेक को सलाह दी कि वे प्रशासन, कारोबारी आचरण, डेटा सुरक्षा, ग्राहकों पर केंद्रित होने, नियामकीय अनुपालन और जोखिम प्रबंधन ढांचे पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक नए दौर की इन कंपनियों को लेकर प्रतिबद्ध है औऱ केंद्रीय बैंक वित्तीय क्षेत्र में नवोन्मेष को सुविधाएं प्रदान करने के मामले में हिस्सेदारी वाला और विमर्श कर काम करने का तरीका अपना रहा है।