दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने बुधवार को कहा कि उसका कोविड-19 टीका 12 साल तक के बच्चों के लिए भी सुरक्षित है। कंपनी की इस घोषणा को इस आयु वर्ग के बच्चों के स्कूल जाने से पहले उनके टीकाकरण की संभावना के तौर पर देखा जा रहा है। कई देशों में ऐसे वयस्कों को कोविड-19 टीकों की खुराकें दी जा रही है, जो कोरोनावायरस संक्रमण के मामले में अति संवेदनशील हैं। फाइजर का टीका 16 साल या उससे अधिक आयु के लोगों को लगाने की अनुमति है। लेकिन महामारी को रोकने के लिए सभी आयुवर्ग के बच्चों को टीका लगाया जाना महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है। साथ ही इससे कम से कम बड़ी कक्षाओं के छात्रों के स्कूल जाने का रास्ता साफ हो सकता है। फाइजर ने बताया कि 12 से 15 साल के 2,260 अमेरिकियों पर किए गए शोध के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार टीके की पूरी खुराकें ले चुके इनमें से किसी भी बच्चे के कोरोनावायरस से संक्रमित होने का कोई मामला सामने नहीं आया। भाषा
दिल्ली आ रहे यात्रियों की होगी रैंडम जांच
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) उन राज्यों से आ रहे हवाई यात्रियों की रैंडम कोविड-19 जांच करेगा, जहां कोविड-19 के मामलों में हाल में तेजी से वृद्धि हुई है। दिल्ली हवाई अड्डा संचालक डीआईएएल ने बुधवार को यह जानकारी दी। रैंडम जांच में क्रम का पालन नहीं होता है। इसके तहत किसी भी यात्री को चुनकर उनकी जांच की जा सकती है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा था कि देश में कोविड-19 की स्थिति ‘बद से बदतर’ की तरफ बढ़ रही है और यह खास तौर पर कुछ राज्यों के लिए चिंता की बड़ी बात है।
केंद्र ने आगाह किया कि पूरा देश खतरे में हैं और फिलहाल आसन्न खतरों को नहीं देख पाने से इसकी ‘भारी कीमत’ अदा करनी पड़ सकती है। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डीआईएएल) ने बुधवार को ट्वीट कर बताया, ‘सरकार के हालिया आदेश के अनुसार डीडीएमए संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि वाले राज्यों से आ रहे यात्रियों की रैंडम तरीके से कोविड-19 जांच करेगा।’ डीआईएएल ने बताया कि जांच के नमूने जमा करने के बाद यात्रियों को बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी। हालांकि, संक्रमित पाए गए यात्रियों को अनिवार्य तौर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार पृथकवास में रहना होगा। भाषा