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कोरोना की दूसरी लहर रोकें राज्य

Last Updated- December 12, 2022 | 6:57 AM IST

देश भर में कोविड-19 के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यों से संक्रमण की दूसरी लहर रोकने के लिए त्वरित और निर्णायक कदम उठाने की अपील की। उन्होंने संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण के लिए जांच, निगरानी और उपचार की रणनीति को सक्रिय तरीके से अपनाने का आह्वान भी किया।
प्रधानमंत्री कोरोनावायरस संक्रमण में बढ़ोतरी के मसले पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा कर रहे थे। वर्चुअल संबोधन के दौरान उन्होंने राज्यों से टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाने और टीके की बरबादी हर हाल में रोकने के उपाय भी करने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘महामारी के खिलाफ लड़ाई में इस मुकाम तक पहुंचने पर हमें जो भरोसा मिला है, उसे लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए। हम घबराहट पैदा नहीं करना चाहते हैं, लेकिन इस संकट से उबरने के लिए कदम उठाने होंगे।’
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में आज संक्रमण के 28,903 नए मामले आए, जो पिछले तीन महीने में सबसे अधिक हैं। पिछले दो हफ्तों में देश के 16 राज्यों के 70 जिलों में संक्रमण के मामलों में 150 फीसदी की वृद्घि देखी गई है। देश में 96 फीसदी से ज्यादा संक्रमण के मामलों में रोगी ठीक हो गए हैं मगर सरकार महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में संक्रमण की दर बढऩे पर चिंतित है।
मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि संक्रमण के मामलों का पता सही समय पर लगाने के लिए वे अपने-अपने राज्यों में आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाएंं और वायरस संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए छोटे-छोटे संक्रमण क्षेत्र चिह्नित करें। मोदी ने कहा, ‘आरटी-पीसीआर जांच की दर 70 फीसदी से ज्यादा होनी चाहिए…लेकिन कुछ राज्यों में जांच में कमी क्यों देखी जा रही है? यह सुशासन की भी परीक्षा है।’
प्रधानमंत्री ने कोविड से बचने के लिए मास्क पहनने का नियम लागू करने में ढिलाई पर स्थानीय प्रशासन की भी खिंचाई की। उन्होंने कहा, ‘हमें पिछले साल की तरह ही गंभीरता दिखानी होगी।’
मोदी ने कहा कि और देश के भीतर यात्रा करने और विदेश से भारत आने की इजाजत दे दी गई है। ऐसे में संक्रमितों के ठिकाने का पता लगाने के लिए राज्यों के बीच तालमेल बढ़ाने की जरूरत है। जरूरत हो तो इसके लिए नई व्यवस्था भी बनाई जा सकती है।
छोटे-मझोले शहरों में संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर संक्रमण गांवों तक फैल गया तो उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के सामने चुनौती खड़ी हो सकती है।            
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘अब तक हमने संक्रमण को गांवों तक फैलने से रोका है। हमें रेफरल व्यवस्था और छोटे शहरों में एंबुलेंस नेटवर्क को मजबूत करने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।’ मोदी ने राज्यों को संक्रमण की रोकथाम और संपर्कों का पता लगाने के लिए कर्मचारियों के लिए तय प्रणाली को नए सिरे से तैयार करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा, ‘हमें अपने प्रयासों में पहले के अनुभव को शामिल करते हुए रणनीति बनानी चाहिए। पिछले साल जिस तरह की गंभीरता दिखाई गई थी, उसकी अब जरूरत है।’ ‘दवाई भी, कड़ाई भी’ का अपना मंत्र दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कोविड सहित सभी बीमारियों पर लागू होता है। उन्होंने कहा, ‘चाहे आप जुकाम और सर्दी की दवा ले लें फिर भी ठंड के मौसम में आप ऊनी कपड़े पहने बगैर बाहर नहीं निकलते.. यह सामान्य सी बात है, जो लोगों को समझानी होगी।’ उन्होंने राज्यों को टीके की वैधता अवधि खत्म होने के प्रति सतर्क रहने और मिलने वाले टीके का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। वर्चुअल बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन और गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, नगालैंड तथा अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे।

First Published - March 17, 2021 | 11:17 PM IST

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