भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों को यथावत रखने के निर्णय का स्वागत करते हुए रियल एस्टेट उद्योग ने कहा है कि आवास ऋण पर निचली ब्याज दरें जारी रहने से घरों की मांग में सुधार लाने में मदद मिलेगी। महामारी की दूसरी लहर की वजह से घरों की मांग बुरी तरह प्रभावित हुई है। उद्योग ने तरलता की स्थिति सुधारने के लिए और कदम उठाने की मांग की।
क्रेडाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन पटोदिया ने कहा, रिजर्व बैंक ने अपने नरम रुख को जारी रखा है। कोविड-19 महामारी के प्रभाव से निपटने को यह जरूरी है। उन्होंने कहा, ईसीएलजीएस योजना में संशोधन तथा बैंकों को स्पष्ट निर्देश कि वे रियल एस्टेट जैसे श्रम गहन क्षेत्रों को कर्ज उपलब्ध कराएं। यह आज समय की जरूरत है। नारेडको के अध्यक्ष निरंजन हीरानंदानी कहा कि रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों को यथावत रखा है, जिससे आवास ऋण ग्राहकों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के मद्देनजर यह कदम उठाया है, लेकिन इससे आवास ऋण ग्राहकों को फायदा होगा।