सीरो सर्वेक्षण इसी महीने: वीके पॉल

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 3:46 AM IST

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने शुक्रवार को कहा कि देश में कोविड संक्रमण के प्रसार और तीव्रता का आकलन करने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) इसी महीने एक राष्ट्रीय सीरो सर्वेक्षण शुरू करेगी। पॉल का कहना है, ‘अब हम ऐसा करने के लिए तैयार हैं। यह कोई लंबी प्रक्रिया नहीं है और अब सीरो सर्वेक्षण शुरू करने का समय आ गया है। राज्यों को इन सर्वेक्षणों को संचालित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए क्योंकि यह फैसला राज्य और जिला स्तर पर होने चाहिए जो संक्रमण केंद्र के करीब हैं।’ यह आईसीएमआर द्वारा आयोजित चौथा राष्ट्रीय सीरो सर्वेक्षण होगा। पॉल ने कहा कि राज्यों को म्यूटेशन पर नजर रखनी होगी और इसका सह-मिलान क्लीनिकल डेटा से करना होगा। 17 दिसंबर से 8 जनवरी के बीच कराये गए पिछले सीरो सर्वेक्षण से पता चलता है कि देश की 21.5 फीसदी आम आबादी कोविड-19 से संक्रमित हो चुकी है। इससे यह भी पता चलता है कि 10-17 साल उम्र श्रेणी में 25 फीसदी लोग इस वायरस के संपर्क में आए।
क्या कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच के अंतर को घटाकर आठ सप्ताह किया जाए इस मुद्दे पर पॉल ने कहा कि ये सुझाव नए म्यूटेशन की पृष्ठभूमि में हाल में आए आंकड़ों पर आधारित थे। उन्होंने कहा कि टीकाकरण से जुड़ा राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह इस मामले पर व्यापक विचार करेगा और यह उनका फैसला होगा। पॉल ने कहा, ‘घबराने की कोई जरूरत नहीं है। वाद-विवाद होना चाहिए लेकिन इसका फैसला उस मंच पर होना चाहिए जहां प्रख्यात वैज्ञानिक मौजूद हों और जो इस विषय को जानते हैं। हमें अपनी पृष्ठभूमि और वायरस की किस्मों के आधार पर फैसला करना होगा।’ उन्होंने कहा कि जब कोविशील्ड खुराक के अंतराल को 12 हफ्ते तक बढ़ाने का फैसला लिया गया तब यह डर था कि जिन्हें केवल एक खुराक मिली है वे संक्रमित हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें संतुलन बनाना था। अहम बात यह थी कि कई और लोग टीका लगाने में सक्षम हों।’
जिन लोगों को कोविड हो चुका है उन्हें टीका लेना चाहिए या नहीं इस बात का जिक्र करते हुए पॉल ने कहा कि विज्ञान में कोई कट्टर विचारधारा वाली बात नहीं होती है और इसमें संस्थागत प्रणाली के जरिये फैसले लिए जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘यह एक गतिशील प्रक्रिया है। अगर ज्यादा डेटा आता है तब हमारा तकनीकी समूह इस पर विचार करेगा।’ भारत में कोविड की दूसरी लहर अब स्थिर हो रही है और शुक्रवार को एक दिन में करीब 91,000 मामले दर्ज किए गए और कुल संक्रमण दर अब कम होकर पिछले हफ्ते 5-6 फीसदी तक हो गई है। यह 30 अप्रैल-6 मई के हफ्ते के दौरान 21.6 फीसदी के शीर्ष स्तर से अब करीब 74 फीसदी तक नीचे हैं। 15 राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर अब 5 प्रतिशत से भी कम है। 4 मई को खत्म हुए सप्ताह के दौरान 531 जिलों की तुलना में पिछले हफ्ते केवल 196 जिलों में 100 से अधिक रोजाना के मामले दर्ज किए गए।

First Published : June 11, 2021 | 11:41 PM IST