गणेशोत्सव से पहले MSRTC कर्मचारियों की हड़ताल, राज्यभर में बस सेवाएं ठप!

मंगलवार को यह हड़ताल शुरू होते ही राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

Published by
सुशील मिश्र   
Last Updated- September 03, 2024 | 8:46 PM IST

महाराष्ट्र में गणेशोत्सव से पहले महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों ने वेतन और अन्य मांगों को लेकर हड़ताल शुरू कर दी है, जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में बस सेवाएं बाधित हो गई हैं। मंगलवार को यह हड़ताल शुरू होते ही राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

हड़ताल का ऐलान गणेशोत्सव से चार दिन पहले किया गया, जिससे राज्य के कई हिस्सों में एसटी बसों का संचालन ठप हो गया है। यह त्योहार महाराष्ट्र, विशेषकर तटीय कोंकण क्षेत्र में, सबसे बड़े पर्वों में से एक माना जाता है। एमएसआरटीसी ने पहले गणेशोत्सव के दौरान मुंबई, ठाणे और पालघर से 5,000 अतिरिक्त गणपति स्पेशल बसें चलाने की योजना बनाई थी, जो अब हड़ताल के कारण अधर में लटक गई है।

एमएसआरटीसी के प्रवक्ता ने बताया कि 11 ट्रेड यूनियनों की कार्य समिति द्वारा मध्यरात्रि से शुरू की गई हड़ताल के कारण राज्यभर में 250 बस डिपो में से 35 डिपो में पूरी तरह बस सेवाएं ठप हो गई हैं। अन्य डिपो में या तो आंशिक रूप से संचालन हो रहा है या बिल्कुल नहीं हो रहा है।

इस हड़ताल से सबसे अधिक प्रभावित वे लोग हो रहे हैं जो 10 दिवसीय गणेश उत्सव के लिए अपने पैतृक स्थान जाना चाहते थे। राज्य में इस पर्व के दौरान भारी संख्या में लोग अपने घरों की ओर लौटते हैं, और बस सेवाओं के ठप होने से उनकी यात्रा योजनाओं पर बुरा असर पड़ा है।

गौरतलब है कि पिछले महीने राज्य सरकार के साथ हुई वार्ता विफल होने के बाद एमएसआरटीसी कर्मचारियों ने हड़ताल का रास्ता चुना है। कर्मचारियों की मुख्य मांग है कि उन्हें राज्य सरकार के कर्मचारियों के बराबर वेतन दिया जाए।

प्रवक्ता ने बताया कि मुंबई क्षेत्र में बस सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं, लेकिन ठाणे क्षेत्र में यह आंशिक रूप से प्रभावित हैं। ठाणे के कल्याण और विट्ठलवाड़ी में बस सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं। विदर्भ क्षेत्र को छोड़कर राज्य के अन्य हिस्सों में भी बस संचालन प्रभावित हुआ है। पुणे और नासिक जिलों के कई डिपो पूरी तरह बंद हैं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

First Published : September 3, 2024 | 8:37 PM IST