टाटा संस के पूर्व चेयरमैन एवं शापूरजी पलोनजी ग्रुप के वारिस साइरस मिस्त्री की आज एक सड़क दुर्घटना में हुई अचानक मौत से उद्योग जगत स्तब्ध है। उनकी उम्र 54 वर्ष थी। मिस्त्री को जानने वाले लोगों ने उन्हें चमक-धमक से दूर रहने वाले, सज्जन, प्रतिभाशाली और गर्मजोशी से भरे व्यक्ति के रूप में याद किया।
महिंद्रा समूह के चेयरमेन आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, ‘इस खबर को पचा पाना मुश्किल है, मैं साइरस को टाटा हाउस के प्रमुख के रूप में उनके संक्षिप्त कार्यकाल के दौरान अच्छी तरह से जाना। मुझे विश्वास था कि महानता उनके किस्मत में है लेकिन किस्मत में कुछ और ही लिखा था जो हो गया। उन्हें अभी नहीं जाना चाहिए था। ओम शांति।’
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने मिस्त्री को अपनी पीढ़ी की श्रेष्ठ व्यावसायिक प्रतिभाओं में से एक और बेहद सज्जन व्यक्ति करार दिया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘यह एक दुखद नुकसान है। मेरी सहानुभूति और प्रार्थना उनके परिवार के साथ है। ओम शांति।’
आरपीजी समूह के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने ट्विटर पर लिखा है, ‘सड़क हादसे में साइरस मिस्त्री के निधन की दुखद खबर सुनकर बेहद दुखी हूं। वह बेहद सज्जन थे। वैश्विक दिग्गज कंपनी शापूरजी पालोंजी को खड़ा करने में उनका अहम योगदान था।’
वर्ष 2012 में टाटा ग्रुप के संचालन के लिए रतन टाटा द्वारा एस पी ग्रुप के इस लो-प्रोफाइल मुखिया का चयन किया गया था। वह टाटा समूह की कमान संभालने वाले इस समूह से अलग दूसरे व्यक्ति थे।
विवाद बढ़ने के बाद, उन्हें 24 अक्टूबर, 2016 को टाटा समूह के सर्वोच्च पद से हटाया गया था।
इस साल के शुरू में, मिस्त्री ने सर्वोच्च न्यायालय में गुहार लगाई कि उनके खिलाफ लगाए गए व्यक्तिगत आरोपों को वापस लिया जाए। उनके इस अनुरोध को 19 मई को स्वीकार कर लिया गया।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने मिस्त्री के निधन पर अपने शोक संदेश में कहा है, ‘मैं साइरस मिस्त्री के निधन से बेहद दुखी हूं। उनके अंदर जिंदगी के लिए जुनून था और यह वाकई दुखद है कि युवा उम्र में उनका निधन हो गया। ऐसे कठिन समय में मेरी संवेदना और प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’
जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सज्जन जिंदल ने ट्वीट में मिस्त्री को बेहद अच्छा और सज्जन व्यक्ति करार दिया। भारतीय उद्योग निश्चित तौर पर उनकी कमी महसूस करेगा।गोदरेज समूह के चेयरमैन आदि गोदरेज ने कहा, ‘मिस्त्री चर्चित व्यक्ति थे और उनके निधन की खबर सुनना बेहद दुखद है। यह भारत के लिए बड़ा नुकसान है।’