भीड़ को देखते हुए चल रहीं अधिक ट्रेन : रेलवे

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 6:06 AM IST

भारतीय रेलवे कुछ निश्चित मार्गों पर बढ़े हुए दबाव को पूरा करने के लिए अतिरिक्त ट्रेनें चला रहा है। अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों की संख्या में नजर आ रही वृद्घि ज्यादातर मौसमी रुझान है और अब तक बड़े पैमाने पर लोगों के कूच करने का कोई प्रमाण नहीं मिला है। रेल मंत्रालय के प्रतिवेदन के अुनसार गोरखपुर, पटना, दरभंगा, वाराणसी, गुवाहाटी, बरौनी, प्रयागराज, बोकारो, रांची और लखनऊ जैसे उच्च मांग वाले स्थानों के लिए ट्रेने हैं।
राज्य सरकारों की ओर से कोविड-19 के प्रतिबंधों को कड़े किए जाने और रात्रि कफ्र्यू लगाए जाने के बाद से शहरी इलाकों से पलायन में वृद्घि होने का डर बढ़ गया था। ये चिंताएं उस अनुभव के कारण है जब पिछले वर्ष रातोंरात कोविड-19 लॉकडाउन लगा दिए गए थे और कारोबारी गतिविधियां बंद हो गई थीं। इसके कारण शहरी इलाकों से बड़े पैमाने पर कामगारों ने पलायन किया था। काम धंधे के अभाव में वे अपने गांवों की ओर निकल पड़े थे।
 रेलवे स्टेशनों पर बढ़ी हुई भीड़ को लेकर पूछे गए प्रश्न के जवाब में अधिकारियों ने कहा कि लगातार यह स्थिति नहीं होती है। रेल मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘अमूमन ट्रेन छूटने के समय पर थोड़ी भीड़ नजर आती है। इसके बाद स्टेशन का काफी हिस्सा खाली रहता है।’ रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘प्रतिक्षा सूची का औसत 120 से 125 है और इससे अधिक प्रतिक्षा सूची वाली ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली हैं।’ रेल यात्रियों को कोविड-19 से ग्रसित नहीं होने का प्रमाणपत्र लेकर चलने को कहे जाने के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, ‘यह पूरे देश के लिए चिंता की बात है। फिलहाल इसको लेकर हमारा कोई रुख नहीं है।’

First Published : April 9, 2021 | 11:56 PM IST