शीर्ष भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंगलवार से प्लेसमेंट प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं और उम्मीद है कि आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट अपने पिछले साल के सालाना पैकेज, 1,64,000 डॉलर (लगभग 1.20 करोड़ रुपये) को इस बार भी दोहरा सकती है।
एक प्रमुख आईआईटी संस्थान की प्लेसमेंट कमेटी के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘माइक्रोसॉफ्ट पिछले साल के शीर्ष पैकेज के बराबर पैकेज ऑफर कर सकती है। अधिकांश नियोक्ताओं, खासकर आईटी कंपनियों को पिछले साल के बराबर पैकेज ऑफर करने के लिए कहा गया है।’
पिछले साल 2019-20 के प्लेसमेंट के दौरान, माइक्रोसॉफ्ट ने 1,64,000 डॉलर का उच्चतम पैकेज प्रस्ताव दिया था। हालांकि, यह वर्ष 2018-19 में दिए गए 2,15,000 डॉलर के उच्चतम पैकेज से कम रहा था। पिछले साल, माइक्रोसॉफ्ट आईआईटी मद्रास में 20 और आईआईटी खडग़पुर में 24 नौकरी प्रस्ताव देकर पहले स्थान पर रही थी जबकि गोल्डमैन सैक्स ने दोनों संस्थानों में क्रमश: 11 एवं 14 नौकरी प्रस्ताव दिए थे। हालांकि, पिछले वर्ष के उच्चतम प्रस्ताव के बराबर पैकेज मिलने के अलावा आईआईटी संस्थानों ने आशंका जताई है कि कोरोना महामारी के कारण वैश्विक नियोक्तओं से मिलने वाले नौकरी प्रस्ताव प्रभावित हो सकते हैं। कई नौकरियों में आभासी नियुक्ति होगी, या चयनित छात्रों को स्थान विशेष पर भेजा जाएगा, इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
कोविड-19 महामारी के चलते शैक्षणिक कैलेंडर भी प्रभावित हुआ है। इसके चलते आईआईटी मद्रास की अगुवाई में ऑल आईआईटी प्लेसमेंट कमेटी (एआईपीसी) ने इस साल दिसंबर से भर्ती प्रक्रिया को ऑनलाइन आगे बढ़ाने का फैसला किया है।
माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक, क्वैलकॉम, सेल्सफोर्स, एमेजॉन जैसी प्रमुख कंपनियां पहले दिन आईआईटी संस्थानों में नौकरी प्रस्ताव पेश करेंगी। प्लेसमेंट प्रक्रिया का पहला चरण दिसंबर माह के कुछ दिनों में पूरा होता है और दूसरा चरण जनवरी माह में आयोजित होता है। आईआईटी संस्थानों के प्लेसमेंट संबंधी जानकारी रखने वाले सूत्रों के अनुसार, कोविड-19 के कारण सॉफ्टवेयर उद्योग में बहुत सारे अवसर पैदा हुए हैं क्योंकि यह नौकरियों के मामले में सबसे अधिक आशाजनक क्षेत्र बन गया है।
एक सूत्र ने कहा, ‘कोर कंपनियों को लेकर महामारी के प्रभाव का अनुमान लगाया जा सकता है लेकिन उनके विपरीत सॉफ्टवेयर क्षेत्र की कंपनियों पर महामारी का बहुत अधिक प्रभाव नहीं देखा गया है। आईआईटी नियोक्ताओं से कम से कम पिछले साल के पैकेज पर स्थिर रहने की बात कर रही हैं। हमारी कोशिश है कि अधिक से अधिक छात्रों को पिछले साल के औसत पैकेज से अधिक का वेतन मिले।’ डेटा एनालिटिक्स, डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) जैसे लोकप्रिय तथा तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में अधिक नौकरी प्रस्ताव मिलने का अनुमान है। सॉफ्टवेयर कंपनियों के अलावा नियुक्तियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाली कंपनियों में हार्डवेयर एवं कौर विनिर्माण क्षेत्र की कंपनियां शामिल रहेंगी।
हालांकि, आईआईटी संस्थानों का अनुमान है कि सॉफ्टवेयर क्षेत्र के अलावा दूसरे क्षेत्रों में नियोक्ताओं द्वारा प्रस्तावित नौकरी प्रस्तावों की संख्या एवं पैकेज, दोनों ही स्तर पर कमी देखी जा सकती है। कोर विनिर्माण क्षेत्र तथा स्टार्टअप क्षेत्र में 10 प्रतिशत तक प्रभाव दिखने का अनुमान है। आईआईटी संस्थानों में पहली बार भर्ती करने वाली कंपनियों की संख्या में गिरावट देखी जा सकती है।
