पब्लिक सेक्टर के बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India Q1 Results) का नेट प्रॉफिट जून तिमाही में लगभग तीन गुना होकर 1,551 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
बैंक ने बताया कि फंसे कर्ज में कमी के कारण उसका वित्तीय परिणाम बेहतर रहा। मुंबई स्थित ऋणदाता ने एक साल पहले इसी अवधि में 561 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
बैंक ऑफ इंडिया ने शेयर बाजार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 15,821 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 11,124 करोड़ रुपये थी।
बैंक की ब्याज आय भी बढ़ी
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की ब्याज आय बढ़कर 14,359 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 9,973 करोड़ रुपये थी। बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) जून 2023 को समाप्त तिमाही में कुल कर्ज का 6.67 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 9.30 प्रतिशत थी। शुद्ध एनपीए भी घटकर 1.65 प्रतिशत रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 2.21 प्रतिशत था।
यूको बैंक ने कमाया 223 करोड़ रुपये का मुनाफा
सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक (UCO Bank Profit) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में 80 प्रतिशत बढ़कर 223 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। मुख्य रूप से फंसे कर्ज में कमी से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। कोलकाता स्थित बैंक ने पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 124 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था।
पहली तिमाही में कुल आय बढ़कर 5,857 करोड़ रुपये
बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में कुल आय बढ़कर 5,857 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,797 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन अवधि में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 5,224 करोड़ रुपये रही, जो पिछली एक साल पहले समान अवधि में 3,851 करोड़ रुपये थी।
बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) सुधार के साथ 4.48 प्रतिशत रहीं, जो एक साल पहले समान अवधि में 7.42 प्रतिशत पर थीं। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए घटकर 1.18 प्रतिशत रह गया, जो पिछली समान अवधि में 2.49 प्रतिशत था।
बैंक का फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान बढ़कर 398 करोड़ रुपये
हालांकि बैंक का फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान बढ़कर 398 करोड़ रुपये हो गया जबकि साल भर पहले यह समान अवधि में 268 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन अवधि में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात बढ़कर 16.85 प्रतिशत पर आ गया। पिछले साल की समान तिमाही में यह 14.13 प्रतिशत था।