ऐपल इंक के लिए अनुबंध आधारित विनिर्माण करने वाली शीर्ष तीन आपूर्तिकर्ताओं ने अगले पांच वर्षों के दौरान भारत में करीब 90 करोड़ डॉलर के निवेश करने की योजना बनाई है। सूत्रों ने बताया कि फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना के तहत निवेश की तैयारी कर रही हैं।
भारत की नई उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत कंपनियों को अगले पांच वर्षों के दौरान स्थानीय तौर पर विनिर्मित स्मार्टफोन की बिक्री में 2019-20 के मुकाबले किसी भी वृद्धि पर नकद प्रोत्साहन प्रदान करने की बात कही गई है। इस योजना का उद्देश्य भारत को निर्यात के लिए एक विनिर्माण केंद्र के रूम में स्थापित करना है।
सूत्रों ने बताया कि फॉक्सकॉन ने पीएलआई के तहत करीब 54.2 करोड़ डॉलर का निवेश करने के लिए आवेदन किया है जबकि विस्ट्रॉन ने करीब 13 अरब रुपये और पेगाट्रॉन ने 12 अरब डॉलर के निवेश के लिए प्रतिबद्धता जताई है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या सभी निवेश का उद्देश्य भारत में ऐपल के उपकरणों का उत्पादन बढ़ाना है, लेकिन सूत्रों और उद्योग के आंतरिक लोगों ने बताया कि देश में आईफोन के उत्पादन को बढ़ाने पर अधिक जोर होगा।
फॉक्सकॉन ने कहा कि किसी भी ग्राहक के लिए परिचालन संबंधी खास मुद्दों पर टिप्पणी करने की उसकी नीति नहीं है। ऐपल, विस्ट्रॉन, पेगाट्रॉन और पीएलआई योजना तैयार करने वाले प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस बाबत जानकारी के लिए भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया। फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन वैश्विक स्तर पर ऐपल के अलावा अन्य कंपनियों के लिए भी उपकरण बनाती हैं।