महामारी से बेअसर सस्ते आवास

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 4:36 AM IST

महामारी के बावजूद लोग मकान खरीद रहे हैं, जिनमें से ज्यादातर सस्ते आवास हैं। क्रेडिट ब्यूरो सीआरआईएफ पाई मार्क के अध्ययन में यह सामने आया है।
इस अध्ययन में मकानों की वास्तविक बिक्री के बारे में नहीं जाना गया है, बल्कि 2020 के अंत तक साल भर में लिए गए आवास ऋण का विश्लेषण किया गया है।
मूल्य के हिसाब से 60 प्रतिशत और मात्रा के हिसाब से 90 प्रतिशत कारोबार सस्ते आवास के क्षेत्र में हुआ है, जिनके लिए 35 लाख रुपये तक कर्ज लिया गया है। सस्ते आवास के क्षेत्र में भी 15 लाख रुपये तक का कर्ज मात्रा के हिसाब से 70 प्रतिशत और मूल्य के हिसाब से 38 प्रतिशत है।
प्रीमियम सेग्मेंट में भी कुछ बिक्री हुई है, जिसमें 75 लाख रुपये सा इससे ज्यादा कर्ज की जरूरत होती है। मिड सेग्मेंट में कर्ज का आकार 35 लाख से 75 लाख रुपये होता है, जो कर्ज के कुल मात्रा के हिसाब से 10 प्रतिशत से भी कम है, लेकिन मूल्य के हिसाब से एक चौथाई है।
दिसंबर 19 की तुलना में दिसंबर 20 में आवास ऋण में 9.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यह वृद्धि खासकर तीसरी तिमाही में हुई, जो दिसंबर में खत्म होती है। आवास ऋण दूसरी तिमाही की तुलना में 28 प्रतिशत बढ़ात जो एक साल पहले की तीसरी तिमाही की तुलना में महज 6 प्रतिशत बढ़ा था। सीआरआईएफ ने कहा कि इस तरह की मजबूत वृद्धि दर चौथी तिमाही में भी रह सकती है क्योंकि कर्ज जारी रकने में उल्लेखनीय वृद्धि नजर आ रही है।
कोविड-19 महामारी और उसके कारण हुए लॉकडाउन से मार्च 20, जून 20 और सितंबर 20 में समाप्त तिमाही के दौरान वृद्धि स्थिर रही।

First Published : May 20, 2021 | 11:20 PM IST