Donald Trump and Putin
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात में कई मुद्दों पर बातचीत हुई। ट्रंप ने इस मुलाकात को “बेहद उपयोगी” बताया, लेकिन साफ किया कि यूक्रेन युद्ध खत्म करने पर कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है।
अलास्का के एंकोरेज शहर में हुई इस बैठक के बाद ट्रंप ने कहा कि मतभेद कम करने की “अच्छी संभावना” है। हालांकि उन्होंने दोहराया कि किसी भी समझौते से पहले वह नाटो देशों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से राय लेंगे। ट्रंप ने कहा, “डील तभी होगी जब सब तय हो जाएगा।”
पुतिन ने बातचीत को “रचनात्मक” बताया और कहा कि इसमें व्यापार, आर्कटिक क्षेत्र के विकास और अंतरिक्ष सहयोग जैसे मुद्दे भी शामिल रहे। हालांकि यूक्रेन को लेकर कोई ठोस बात सामने नहीं आई।
Also Read: सेमीकंडक्टर पर ट्रंप का बड़ा ऐलान, जल्द लगा सकते हैं 200-300% टैरिफ
दोनों नेताओं की यह बैठक ढाई घंटे से ज्यादा चली, जो 2018 की हेलसिंकी बैठक से भी लंबी रही। इसके बावजूद किन मुद्दों पर सहमति बनी, यह स्पष्ट नहीं किया गया। इससे यूरोपीय देशों और यूक्रेन में आशंका बनी हुई है कि उन्हें भविष्य की किसी डील से अलग न कर दिया जाए।
ट्रंप ने बैठक से पहले नाटो देशों और यूक्रेन को भरोसा दिलाया था कि वह उनकी मंजूरी के बिना किसी तरह का क्षेत्रीय समझौता या सुरक्षा गारंटी नहीं देंगे। उन्होंने कहा, “यूक्रेन को खुद फैसला करना होगा। मेरा मकसद सिर्फ दोनों पक्षों को बातचीत की मेज पर लाना है।”
पुतिन ने इस बैठक का इस्तेमाल अमेरिका-रूस संबंधों को फिर से सामान्य करने और प्रतिबंधों से राहत पाने के मौके के तौर पर किया। हालांकि उन्होंने अपने क्षेत्रीय दावों पर कोई नरमी नहीं दिखाई और सैन्य कार्रवाई रोकने से इनकार किया।
बैठक के अंत में पुतिन ने ट्रंप को अगली मुलाकात के लिए मास्को आने का न्योता दिया। ट्रंप ने सावधानी से जवाब दिया, लेकिन इसे खारिज भी नहीं किया। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “शायद मुझे इस पर आलोचना झेलनी पड़े, लेकिन यह संभव है।”
यह मुलाकात भले ही बिना किसी ठोस नतीजे के खत्म हुई हो, लेकिन माहौल ने उम्मीदें और चिंताएं दोनों पैदा की हैं। अब ट्रंप नाटो और यूक्रेन को ब्रीफ करेंगे, जिसके बाद पता चलेगा कि यह “उपयोगी” बातचीत आगे किसी ठोस समझौते का रूप लेती है या नहीं।