facebookmetapixel
भारत और EU पर अमेरिका की नाराजगी, 2026 तक लटक सकता है ट्रेड डील का मामलाIndiGo यात्रियों को देगा मुआवजा, 26 दिसंबर से शुरू होगा भुगतानटेस्ला के सीईओ Elon Musk की करोड़ों की जीत, डेलावेयर कोर्ट ने बहाल किया 55 बिलियन डॉलर का पैकेजत्योहारी सीजन में दोपहिया वाहनों की बिक्री चमकी, ग्रामीण बाजार ने बढ़ाई रफ्तारGlobalLogic का एआई प्रयोग सफल, 50% पीओसी सीधे उत्पादन मेंसर्ट-इन ने चेताया: iOS और iPadOS में फंसी खतरनाक बग, डेटा और प्राइवेसी जोखिम मेंश्रम कानूनों के पालन में मदद के लिए सरकार लाएगी गाइडबुकभारत-ओमान CEPA में सामाजिक सुरक्षा प्रावधान पर होगी अहम बातचीतईयू के लंबित मुद्दों पर बातचीत के लिए बेल्जियम जाएंगे पीयूष गोयलअनुकूल महंगाई दर ने खोला ब्याज दर कटौती का रास्ता: RBI गवर्नर

मॉरीशस में PM मोदी ने शुरू की योजनाएं, भारत की जन औषधि योजना में शामिल होने वाला बना पहला देश

मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने एक डिजिटल समारोह में मॉरीशस के अगालेगा द्वीप में कई सामुदायिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

Last Updated- February 29, 2024 | 11:36 PM IST
PM Modi launches schemes in Mauritius, becomes the first country to join India's Jan Aushadhi Scheme मॉरीशस में PM मोदी ने शुरू की योजनाएं, भारत की जन औषधि योजना में शामिल होने वाला बना पहला देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने गुरुवार को संयुक्त रूप से मॉरीशस में भारतीय सहायता से विकसित एक हवाई पट्टी, एक जेटी और छह अन्य परियोजनाओं की शुरुआत की।

नई हवाई पट्टी सेंट जेम्स जेटी मॉरीशस के मुख्य द्वीप से 650 किमी दूर स्थित है। जगन्नाथ ने कहा कि हवाई पट्टी मॉरीशस के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी सुधारेगी और समुद्री निगरानी और सुरक्षा में देश की क्षमताओं को बढ़ाती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉरीशस में भारत की सहायता वाली कई विकास परियोजनाओं का डिजिटल तरीके से उद्घाटन करने के बाद कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में पारंपरिक एवं गैर-पारंपरिक चुनौतियों से निपटने के लिए दोनों देश समुद्री क्षेत्र में स्वाभाविक साझेदार हैं।

प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि मॉरीशस भारत की जन औषधि योजना में शामिल होने वाला पहला देश होगा। इस योजना के तहत किफायती दरों पर गुणवत्ता वाली दवाएं प्रदान की जाती हैं।

मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने एक डिजिटल समारोह में मॉरीशस के अगालेगा द्वीप में कई सामुदायिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिन्हें भारत की वित्तीय सहायता से क्रियान्वित किया गया है। परियोजनाओं में एक हवाई पट्टी और एक जेटी शामिल है। मोदी ने इस अवसर पर अपने संक्षिप्त संबोधन में मॉरीशस को भारत की ‘पड़ोस प्रथम’ नीति के तहत एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया और कहा कि दोनों देशों ने पिछले कुछ वर्षों में आपसी सहयोग में ‘नयी ऊंचाइयां’ हासिल की हैं। उन्होंने हिंद महासागर क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों का भी उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हिंद महासागर क्षेत्र में विभिन्न पारंपरिक और गैर-पारंपरिक चुनौतियां उभर रही हैं। ये चुनौतियां हमारी आर्थिक प्रणालियों को प्रभावित करती हैं। भारत और मॉरीशस इन चुनौतियों से निपटने के लिए समुद्री क्षेत्र में स्वाभाविक साझेदार हैं।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में सक्रियता से काम कर रहे हैं।’ उनकी यह टिप्पणी हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते सैन्य दखल को लेकर नयी दिल्ली में बढ़ती चिंताओं के बीच आई है।

मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस के बीच विकास साझेदारी दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंधों का एक ‘महत्त्वपूर्ण स्तंभ’ है। उन्होंने कहा, ‘हमारी विकास साझेदारी मॉरीशस की प्राथमिकताओं पर आधारित है।’

इन परियोजनाओं से मुख्य भूमि मॉरीशस और अगालेगा के बीच बेहतर संपर्क की मांग पूरी होगी, समुद्री सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। मॉरीशस में भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) प्रणाली और रुपे कार्ड सेवाओं की शुरुआत के कुछ हफ्तों बाद इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, जगन्नाथ ने वर्चुअल कार्यक्रम में कहा, ‘हम आज अगालेगा द्वीप पर एक नयी हवाई पट्टी, एक नयी जेटी और कई अन्य विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ इतिहास बना रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम मॉरीशस और भारत के बीच उल्लेखनीय और अनुकरणीय साझेदारी के लिए एक शानदार पल है।

(साथ में एजेंसियां)

First Published - February 29, 2024 | 11:29 PM IST

संबंधित पोस्ट