दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन आसियान और भारत के बीच लागू मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की समीक्षा का काम वर्ष 2025 तक पूरा करने के लिए दोनों पक्षों ने प्रयास तेज करने की बात कही है। दोनों पक्षों के बीच सोमवार को इंडोनेशिया के सेमारांग में हुई एक बैठक में यह फैसला किया गया। इसके लिए दोनों पक्षों ने अपने अधिकरियों को प्रयास तेज करने का निर्देश भी दिया है।
आसियान आर्थिक मंत्रियों और भारत की सलाहकार बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में यह जानकारी दी गई। इस दौरान आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते की समीक्षा की दिशा में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया गया।
बयान के मुताबिक, “बैठक में वर्ष 2025 में समझौते की समीक्षा का काम पूरा करने के लिए अधिकारियों को प्रयास तेज करने के लिए कहा गया।” दोनों पक्षों ने इस समझौते को उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक सहज एवं दोस्ताना बनाने के साथ टिकाऊ एवं समावेशी वृद्धि को समर्थन देने वाला बनाने पर सहमति जताई।
बैठक में भारतीय पक्ष की अगुवाई वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने की जबकि आसियान की अगुवाई इंडोनेशिया के व्यापार मंत्री जुल्फिक अली हसन ने की। भारत लंबे समय से यह मांग करता रहा है कि एक जनवरी, 2010 से लागू भारत-आसियान व्यापार समझौते की समीक्षा की जाए।
भारत इस समझौते के दुरुपयोग एवं व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए इसकी समीक्षा चाहता है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा था कि आसियान के साथ भारत का व्यापार समझौता बेहद गलत ढंग से तैयार हुआ था।