भारत के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी के नेतृत्व में देश के कई अमीर कारोबारी भी शनिवार को देश की राजधानी दिल्ली में रात्रिभोज के आयोजन के दौरान जी-20 नेताओं के साथ मौजूद रहेंगे। इसे भारत की दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी मजबूत स्थिति दर्शाने की कवायद भी माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी-20 की अध्यक्षता करते हुए भारत को व्यापार और निवेश के महत्त्वपूर्ण गंतव्य के रूप में पेश करने की कोशिश की है, खासतौर पर तब जब चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती के रुझान हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा नई दिल्ली में हो रहे आयोजन में हिस्सा लेंगे।
दो सूत्रों ने बताया कि जिन 500 कारोबारियों को आमंत्रित किया गया है, उनमें टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन, अरबपति, कुमार मंगलम बिड़ला, भारती एयरटेल के संस्थापक-अध्यक्ष सुनील मित्तल के अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज के अंबानी और अदाणी समूह के अध्यक्ष शामिल होंगे।
एक भारतीय अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘इस रात्रिभोज में विभिन्न देशों के प्रमुख नेताओं की मेजबानी की जाएगी जिस दौरान देश के दिग्गज कारोबारियों को भी एक साथ लाने का मौका होगा।’ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन सप्ताहांत में होने वाली जी-20 शिखर वार्ता में हिस्सा नहीं लेंगे।
शनिवार के रात्रिभोज में मोदी को भारत में व्यापार और निवेश के अवसरों पर जोर देने का एक और अवसर मिलेगा। करीब 30 करोड़ डॉलर की लागत वाले नए आयोजन स्थल पर आयोजित रात्रिभोज के मेन्यू में भारतीय भोजन होगा जिसमें बाजरा पर विशेष जोर दिया जाएगा। भारत इस अनाज को बढ़ावा दे रहा है।
कई वर्षों से, अंबानी और अदाणी ने विभिन्न उद्योगों में प्रतिस्पर्द्धा की है जिसमें दूरसंचार से लेकर मीडिया और ऊर्जा क्षेत्र से लेकर वित्त क्षेत्र शामिल हैं। दोनों को एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का दर्जा दिया जा चुका है।