All Eyes on Rafah: कल यानी 28 मई से ही आपने देखा होगा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ऑल आइज ऑन राफा’ के पोस्ट से भरा हुआ है। सोशल मीडिया के माध्यम से दुनियाभर के लोग फिलिस्तीन को सपोर्ट करने के लिए इजराइली हमले का ऑनलाइन विरोध कर रहे हैं। इस विरोध में दुनियाभर के लोग इतनी तेजी से शामिल हुए कि 1 दिन के भीतर 4 करोड़ (40 मिलियन) से ज्यादा लोगों ने इस पोस्ट को #AllEyesOnRafah के साथ पोस्ट कर दिया।
अब आपके मन में ये बात होगी कि इजराइल और गाजा के बीच हमले तो कई महीनों से चल रहे हैं, लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ कि करोड़ों लोग विरोध करने सोशल मीडिया पर आ गए। तो आइये जानते हैं ऑल आइज ऑन राफा के पीछे की मुख्य वजह, फिर जानेंगे कहां से निकला यह वाक्य (All Eyes On Rafah)-
पिछले रविवार को इजराइल ने गाजा के उस इलाके में भीषण बमबारी की, जहां शरणार्थी रह रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गोलीबारी और हवाई हमलों में, दक्षिणी गाजा के राफा शहर में कम से कम 45 लोग मारे गए। मारे जाने वाले लोगों में ज्यादातर लोग तंबू में शरण लिए हुए थे।
गाजा के डॉक्टरों का कहना है कि उस हमले से फिलस्तीनी शरणार्थियों के एक शिविर में आग लग गई थी जिसमें कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई थी।
इजराइल की तरफ से यह हमला ऐसे समय किया गया है जब संयुक्त राष्ट्र के कोर्ट (UN Court) ने इस पर रोक लगाने का आदेश दिया है। मामले की खबर आने के बाद दुनियाभर के नेताओं ने इजराइली हमले का विरोध किया।
हमले पर जवाब देते हुए इजराइल ने भी बयान जारी किया और इसे ‘एक दुखद दुर्घटना’ करार दिया और कहा कि उसके हथियार अकेले घातक विस्फोट की वजह नहीं बन सकते थे। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संसद में भाषण देते हुए हेब्रू भाषा में कहा कि रविवार को ‘दुखद हादसा’ हुआ जबकि सेना ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है।
इजराइली सेना ने इस दौरान कहा कि उसने हमले में हमास के दो बड़े आतंकवादियों को निशाना बनाया था और मार डाला गया।
मंगलवार को भी इसी इलाके में इजराइली सेना ने हमला किया जिसमें कम से कम 16 फलस्तीनियों की मौत हो गई। इसके बाद PM बेंजामिन नेतन्याहू ने आगे बढ़ने का बयान देते हुए कहा कि हमास को खत्म करने और सात अक्टूबर के हमले के बाद बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराने के लिए उनकी सेना रफा जाएगी। नया हमला उसी इलाके में किया गया है जहां रविवार रात को हमास के एक कथित परिसर को निशाना बनाया गया था।
‘All Eyes on Rafah’ एक फ्रेज है, जिसे भारत में ईरान के दूतावास ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया था। इस फ्रेज के जरिये ये बताने की कोशिश की जा रही है कि भयंकर नरसंहार के दौरान फिलिस्तीन के 1.4 मिलियन यानी 14 लाख लोग कहीं सुरक्षित ठहरने के लिए आश्रय मांग रहे हैं। बता दें कि All Eyes On Rafah के नाम से शेयर की जा रही पोस्ट एक AI जनरेटेज ईमेज है।
आप सोशल मीडिया में फैल रही ईमेज में देख सकते हैं कि दक्षिण गाजा के इलाकों को दिखाया गया है, जिसमें शरणार्थियों के लिए कई टेंट यानी तंबू बनाए गए हैं। इस ईमेज के जरिये लोगों से कहा जा रहा है कि वे राफा शहर में जो कुछ भी हो रहा है, उससे नजरें न हटाएं। वहां 14 लाख से ज्यादा लोग भयंकर युद्ध के चलते भागकर शरण लिए हुए हैं।
फरवरी 2024 में इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के आखिरी गढ़ों पर योजनाबद्ध हमलों से पहले शहर को खाली कराने की योजना का आदेश दिया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी दौरान इस स्लोगन को संभवत: पहली बार WHO के कब्जे वाले फिलिस्तीनी इलाकों के कार्यालय के डॉयरेक्टर रिक पीपरकोर्न (Rick Peeperkorn) ने अपने एक बयान में उपयोग किया था। उन्होंने फरवरी में कहा था, ‘All Eyes On Rafah’। जिसका मतलब हिंदी में ‘सभी की निगाहें राफा पर हैं’ होगा।
सोशल मीडिया पर शेयर हो रही ईमेज को मुख्य रूप से इंस्टाग्राम के स्टोरीज फीचर के माध्यम से शेयर किया गया है। ग्लोबल लेवल पर कई सेलिब्रिटीज, खिलाड़ियों और ब्रिजर्टन स्टार निकोला कफलान (Bridgerton star Nicola Coughlan), गायक-गीतकार केहलानी (Kehlani) ने इस पोस्ट को शेयर किया।
भारत में भी यह सिलसिला शुरू हुआ। प्रमुख भारतीय अभिनेताओं वरुण धवन, आलिया भट्ट, प्रियंका चोपड़ा, करीना कपूर, रश्मिका मंदाना, सोनाक्षी सिन्हा, सामंता रुथ प्रभु, तृप्ति डिमरी, दीया मिर्जा और ऋचा चड्ढा जैसी बड़ी हस्तियों ने इसे पोस्ट किया।
क्रिकेटर रोहित शर्मा की पत्नी रितिका सजदेह (Ritika Sajdeh) भी उन मशहूर हस्तियों में शामिल थीं, जिन्होंने ‘ऑल आइज ऑन राफा’ पोस्ट शेयर किया था। हालांकि, भारी ट्रोलिंग मिलने के बाद उन्होंने तुरंत पोस्ट हटा दी।
एक यूजर ने लिखा कि रोहित शर्मा की पत्नी कभी कश्मीरी पंडितों के बारे में बात नहीं करती। पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं के बारे में कभी बात नहीं करतीं। लेकिन फिलिस्तीन और गाजा के बारे में बहुत ज्यादा चिंता दिखा रही हैं।
सोशल मीडिया का एक वर्ग रितिका सजदेह की इस पोस्ट से नाराज था और कह रहा था कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान की पत्नी सिलेक्टिव होकर पोस्ट कर रही हैं। तो किसी ने यह भी कह दिया कि उनकी तरफ से यह पोस्ट पैसे लेकर की गई।