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AI के जरिए देशभर के शिक्षकों के लिए विषयों को आसान बनाएगी ये कंपनी, शिक्षा देने के तरीकों में बदलाव लाने पर जोर

कंपनी फिलहाल 16 राज्यों के 30 हजार स्कूलों में डिजिटल सेवाएं दे रही हैं। नए टूल्स के जरिए कंपनी देश भर के शैक्षिणक संस्थानों में अपनी पहुंच बनाना चाह रही है।

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सुशील मिश्र   
Last Updated- February 07, 2025 | 9:07 PM IST

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल व्यावसायिक गतिविधियों के साथ लिए शैक्षिक प्रणाली में भी जोर शोर शुरू हो गया है। छात्रों से कहीं ज्यादा शिक्षकों के लिए AI सहायक बन रहा है। शिक्षा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी नवनीत एजुकेशन लिमिटेड ने शिक्षकों के शिक्षण अनुभव को बेहतर बनाने के लिए नवनीत AI की शुरुआत की है। यह शिक्षकों को विषयों को समझने में मदद करेगा।

कई दशकों से शिक्षक और छात्र नवनीत की किताबों और डिजिटल संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं और अब नवनीत एजुकेशन AI के जरिये शिक्षा बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रहा है। कंपनी फिलहाल 16 राज्यों के 30 हजार स्कूलों में डिजिटल सेवा दे रही है। नए टूल्स के जरिए कंपनी देश भर के शैक्षिणक संस्थानों में अपनी पहुंच बनाना चाह रही है।

इस साल कंपनी राजस्थान और मध्य प्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत करने की योजना तैयार की है। नवनीत एजुकेशन लिमिटेड के टॉपटेक के सीईओ हर्षिल गाला ने कहा कि नवनीत AI के जरिए शिक्षा देने के तरीके में बड़ा बदलाव लाया जा रहा है। यह शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए सीखने की प्रक्रिया को अधिक इंटरैक्टिव और प्रभावी बना रहा है। इस नए टूल के साथ, कंपनी एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ा रही है, जहां तकनीक शिक्षकों को सशक्त बनाएगी और छात्रों के सीखने के अनुभव को पहले से कहीं अधिक प्रभावी बनाएगी।

नवनीत एजुकेशन लिमिटेड के ब्रांडिंग, मार्केटिंग और सेल्स डायरेक्टर देविश गाला ने कहा कि हमारा लक्ष्य नवनीत AI के जरिए शिक्षकों के लिए पढ़ाई से जुड़ी सामग्री को अधिक सुलभ और उनकी जरूरतों के अनुसार लचीला बनाना है। नवनीत AI भारत का पहला कस्टम एजुकेशन मॉडल है। यह प्लेटफॉर्म इंटरैक्टिव और उपयोग में सरल है, जिससे शिक्षक क्विज़, होमवर्क, पीपीटी, फ्लैशकार्ड, सारांश और अन्य शैक्षणिक सामग्री आसानी से तैयार कर सकेंगे।

नवनीत शिक्षकों को AI का सही इस्तेमाल करना भी सीखाएगा। इसके लिए शिक्षकों के लिए विशेष कार्यशालाएं चलाई जाएगी जिन का उद्देश्य शिक्षकों को प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना, उनकी शंकाओं का समाधान करना और यह सुनिश्चित करना है कि वे इस प्लेटफॉर्म का आत्मविश्वास के साथ उपयोग कर सकें, जिससे उनकी शिक्षण पद्धतियां और प्रभावी बनें। परंपरा और तकनीक के इस समावेश से सीखने-सिखाने का अनुभव अधिक प्रभावी और आधुनिक बनेगा।

First Published : February 7, 2025 | 8:38 PM IST