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प्रधानमंत्री ने दी कोविड से सतर्क रहने की सलाह, मरीजों की संख्या में हो रहा लगातार इजाफा

Published by   रुचिका चित्रवंशी
- 22/03/2023 10:38 PM IST

देश में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अस्पतालों में नियमित रूप से मॉक ड्रिल करें, संक्रमण के पॉजिटिव मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग का दायरा बढ़ाएं और सुनिश्चित करें कि लोग कोविड संक्रमण से बचाव के लिए सभी जरूरी एहतियात बरतें।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि कोविड-19 महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, इसीलिए देश भर में नियमित रूप से हालात का जायजा लेते रहना जरूरी है।

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय बैठक तब हुई है, जब पिछले दो हफ्तों से देश में इन्फ्लुएंजा और कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले पिछले चार महीनों के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए हैं। फरवरी के अंत में पूरे देश में मामलों की संख्या 200 से भी कम थी मगर 21 मार्च को 1,134 मामले सामने आ गए। दैनिक संक्रमण दर भी 1 फीसदी के ऊपर चली गई। इस समय देश भर में कोविड-19 के 7,026 संक्रमित व्यक्ति हैं।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड के नए मामलों में इजाफा हो रहा है और पिछले सात दिनों के भीतर दौरान औसतन 888 नए मरीज रोज मिले। इस दौरान साप्ताहिक संक्रमण दर 0.90 फीसदी रही।

प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि अस्पताल परिसरों में मरीज, स्वास्थ्य सेवाकर्मी और चिकित्सक मास्क पहनें तथा कोविड के अनुरूप व्यवहार किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिक और पहले से बीमार व्यक्ति भीड़भाड़ इलाकों में जाते समय मास्क जरूर पहनें। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि अस्पतालों में इन्फ्लुएंजा और कोविड-19 की जरूरी दवाएं तथा अन्य सामग्री उपलब्ध रहें और पर्याप्त संख्या में बिस्तरों एवं कर्मचारियों का इंतजाम रहे।

सरकार कोविड के लिए जरूरी 20 प्रमुख दवाओं, 12 अन्य दवाओं तथा आठ बफर दवाओं एवं इन्फ्लुएंजा की एक दवा की उपलब्धता और कीमतों पर नजर रख रही है। प्रधानमंत्री ने कोविड की पिछली समीक्षा बैठक 22 दिसंबर 2022 को की थी, जिसके बाद देश के 22,000 अस्पतालों में कोविड का मॉक ड्रिल भी किया गया था।

आज की बैठक में प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पी के मिश्रा, नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य वीके पॉल, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, प्रधानमंत्री कार्यालय के सलाहकार अमित खरे तथा स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अधिकारी शामिल थे।

बैठक के बाद बयान में कहा गया, ‘प्रधानमंत्री ने राज्यों को पांच स्तरीय रणनीति पर निरंतर ध्यान देने की सलाह दी है। इस रणनीति के तहत जांच-संक्रमण का पता लगाने, टीकाकरण और कोविड अनुकूल व्यवहार तथा सांस संबंधी गंभीर मामलों में प्रयोगशाला जांच को बढ़ाने पर जोर देने की बात कही गई है।’

केंद्र ने पिछले हफ्ते गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना को पत्र लिखकर कोविड संक्रमण के मामले बढ़ने के प्रति आगाह किया था। इन राज्यों में संक्रमण दर 1.1 से 2.8 फीसदी है। देश में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस के मामलों में तेजी देखी जा रही है, जो ऑर्थोमेक्सिविरिडे परिवार से संबं​धित चार अलग-अलग प्रकार के वायरस (ए, बी, सी और डी) के कारण श्वसन नली में होने वाला संक्रमण है।