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अब घर बैठे सस्ते दामों पर बुलाएं मैकेनिक, प्लंबर, यूपी सरकार का यह ऐप लोगों को दे रहा सुविधा

लोग 'Sewa Mitra' पोर्टल पर लॉग इन करके, सेवा मित्र मोबाइल एप्लिकेशन इंस्टॉल करके या बस हेल्पलाइन नंबर (155330) पर कॉल करके सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- February 26, 2024 | 4:24 PM IST

Sewa Mitra: आज के समय में अर्बन क्लैप जैसी कई प्राइवेट कंपनियां हैं जो एक क्लिक पर रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी कई घरेलू और पेशेवर सर्विसेज शहरों में उपलब्ध कराती है। मगर ग्रामीण क्षेत्रों में इनकी पहुंच बहुत कम है। इसी कमी को भांपते हुए यूपी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में हुनरमंद लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान राज्य के 75 जिलों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ‘सेवा मित्र’ सेवाएं शुरू की थी।

‘सेवा मित्र’ पोर्टल कुशल कामगारों और जरूरतमंद उपभोक्ताओं के बीच बना सेतु

डिजिटलीकरण के इस युग में एक तरफ लाखों हुनरमंद लोग रोजगार की तलाश में हैं। वहीं, दूसरी तरफ एक बड़ा उपभोक्ता वर्ग है जो मोबाइल पर एक क्लिक में इलेक्ट्रिशियन, ब्यूटीशियन, डॉक्टर, प्लंबर, कार मैकेनिक, एसी मैकेनिक आदि लोगों की तलाश में है। ऐसे कुशल कामगारों और जरूरतमंद उपभोक्ताओं को आपस में मिलाने के लिए यूपी सरकार ने इस योजना की शुरुआत की थी।

सिर्फ एक कॉल से उठा सकते है 3,500 से ज्यादा सेवाओं का लाभ

लोग ‘सेवा मित्र’ पोर्टल पर लॉग इन करके, सेवा मित्र मोबाइल एप्लिकेशन इंस्टॉल करके या बस हेल्पलाइन नंबर (155330) पर कॉल करके सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। सेवा मित्र पोर्टल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘सेवा मित्र’ 827 से ज्यादा सेवा प्रदाताओं और 3,500 से ज्यादा सेवाएं प्रदान करने वाले 4460 से ज्यादा पेशेवरों को पंजीकृत करने का वादा करता है।

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मोबाइल ऐप का उपयोग करके, यूजर्स जियोलोकेशन के आधार पर जरूरी सर्विस प्रोवाइडर की खोज कर सकते हैं और ऐप 5 किमी के भीतर उपलब्ध पेशेवर का सुझाव देगा। पोर्टल कीमत के साथ सर्विस प्रोवाइडर के विकल्प भी देता है।

‘सेवा मित्र’ कोविड-19 की पहली लहर में शुरू हुई थी

कोविड-19 की पहली लहर के दौरान जब हजारों मजदूर और पेशेवर विभिन्न राज्यों से अपने गांव लौट आए थे और उनके पास यहां कोई काम-धंधा नहीं थी। इस मुश्किल घड़ी में यूपी सरकार के श्रम और रोजगार विभाग ने इस योजना को लागू किया। यह योजना रोजगार के अवसर पैदा करने और कुशल और अर्ध-कुशल श्रमिकों को दिन के काम में संलग्न करने के लिए शुरू की गई थी। यह सेवा शुरुआत में 25 जिलों में ट्रायल के तौर पर शुरू की गई थी। बाद में इसे 75 जिलों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लागू किया गया।

First Published : February 26, 2024 | 4:24 PM IST