MP CM Mohan Yadav
मध्य प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई धार्मिक स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल ही में कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के धार्मिक स्थलों के सांस्कृतिक उत्थान की योजना पर काम कर रही है। यादव उज्जैन से विधायक हैं जो स्वयं एक बड़ा धार्मिक पर्यटन केंद्र है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने मध्य प्रदेश के जिन-जिन स्थानों का भ्रमण किया और जहां-जहां लीला की उन सभी जगहों को तीर्थ स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा।
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव और मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के प्रबंध निदेशक शिव शेखर शुक्ला ने कहा, ‘मध्य प्रदेश ने एक आकर्षक पर्यटन नीति पेश की है और निवेशकों से भी उचित प्रतिक्रिया मिली है। पर्यटन में होने वाला निवेश व्यापक तौर पर सकारात्मक असर डालता है क्योंकि इससे न केवल लोगों की आय बढ़ती है बल्कि रोजगार तैयार होते हैं और लोगों में उद्यमिता की भावना का भी विकास होता है। पर्यटन में होने वाला निवेश बुनियादी ढांचा विकास, सांस्कृतिक आदान प्रदान और विदेशी मु्द्रा में आय के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास, अर्थव्यवस्था में विविधता लाने, पर्यावरण संरक्षण और बेहतर जीवन गुणवत्ता में भी योगदान करता है।’
पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते कुछ वर्षों में तकरीबन 100 पर्यटन परियोजनाओं पर 2200 करोड़ रुपये खर्च किए गए जिससे 34,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार मिला। पर्यटन विभाग ने 1,883 हेक्टेयर भूमि का लैंड बैंक भी तैयार किया है जिसमें से 358 हेक्टेयर जमीन आवंटित भी की जा चुकी है।
प्रदेश में वन्यजीव पर्यटन में भी इजाफा हुआ है और इस वर्ष यहां 30 लाख से अधिक पर्यटकों के आने की संभावना है। पिछले वर्ष प्रदेश में 26.91 लाख पर्यटक आए थे। प्रदेश के वन विभाग को 2022-23 में राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्यों में आने वाले लोगों से 54 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई थी जो 2021-22 में मिली राशि से छह गुना अधिक है। मध्य प्रदेश में सात टाइगर रिजर्व के साथ पांच राष्ट्रीय उद्यान और 10 अभयारण्य हैं।