जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि संकट की इस घड़ी में भारत के पास दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है और जी20 की अध्यक्षता ऐसा करने का सही अवसर है।
उन्होंने ‘जी-20 में व्यापार की भूमिका विषय पर ‘पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया’ (पीएएफआई) के तीसरे वार्षिक व्याख्यान के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा, ”मेरा मानना है कि हर संकट में एक बड़ा अवसर छिपा होता है और जी20 ने अतीत में विपरीत परिस्थितियों में परिणाम देने की अपनी क्षमता साबित की है।”
कांत ने आगे कहा कि भारत का जोर वैश्विक वित्तीय संकट, खाद्य और ऊर्जा संकट, भू-राजनीतिक तनाव और जलवायु मुद्दे के साथ-साथ सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की प्रगति को संबोधित करने की आवश्यकता पर जोर देने पर होगा।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रह चुके कांत ने यह भी कहा कि ‘पर्यावरण के लिए जीवनशैली’ (लाइफ) की अवधारणा को हरित विकास और जलवायु वित्त के लिए नए सिरे से बढ़ावा दिया जाएगा। भारत ने एक दिसंबर, 2022 से एक साल के लिये जी-20 की अध्यक्षता संभाली।