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Delhi pollution: दिल्ली सरकार ने सर्दियों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री राय ने बताया कि बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव आए। जिनमें कुछ फोकस बिंदु चिन्हित किए गए है। जिसको केंद्र बिंदु बनाकर काम किया जाएगा। इन बिंदुओं में धूल प्रदूषण, वाहनों से होने वाला प्रदूषण, पराली की समस्या, जगह-जगह जलाए जाने वाला कूड़ा, औद्योगिक प्रदूषण आदि शामिल है। सरकार ने ग्रीन वॉर रूम एवं ग्रीन दिल्ली एप बनाया है। इसको और अपग्रेड करने का फैसला लिया गया है। ताकि हम और बेहतर तरीके से लोगों के साथ संवाद कर पाएं और उनकी शिकायतों पर उचित समय में कार्रवाई हो सकें।
हॉट स्पॉट पर रहेगा फोकस
पर्यावरण मंत्री राय ने कहा कि सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण से निपटने के लिए हॉट स्पॉट पर मुख्य फोकस रहेगा। दिल्ली के वो इलाके हैं, जहां लोगों को सबसे ज्यादा प्रदूषण का शिकार होना पड़ता है। रियल टाइम अपोर्शनमेंट स्टडी के द्वारा रियल टाइम प्रदूषण से संबंधित कारणों का पता करना, हरित क्षेत्र बढ़ाना, पटाखों पर प्रतिबंध और ग्रेप का कार्यान्वयन आदि के इर्द-गिर्द winter action plan (ग्रीष्म कालीन योजना) बनाई जाएगी। इसके साथ हम जन जागरूकता एवं जन भागीदारी को बढ़ावा देंगे। प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
21 अगस्त को होगी विशेषज्ञों से चर्चा
गोपाल राय ने कहा कि मुख्य फोकस बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा करने के लिए 21 अगस्त को पर्यावरण विशेषज्ञों के साथ सेव एनवायरनमेंट राउंड टेबल कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। इस कांफ्रेंस का मुख्य मकसद दिल्ली के अंदर प्रदूषण के खिलाफ इस जंग में बेहतर कार्य योजना का निर्माण करना है। सभी पर्यावरण विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर winter action plan बनाया जाएगा। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि इस सेव एनवायरनमेंट राउंड टेबल कांफ्रेंस के विशेषज्ञों के सुझावों पर दिल्ली सरकार प्रदूषण के स्रोतों को नियंत्रण करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकेगी। इससे दिल्ली के प्रदूषण के विभिन्न कारकों की पहचान करने और उनको दूर करने में मदद मिलेगी।