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मॉक ड्रिल से एक दिन पहले कोविड-19 की रोजाना जांच 84 फीसदी तेज

विभिन्न राज्यों के अस्पतालों के मॉक ड्रिल के लिए तैयार होने से ठीक एक दिन पहले कोविड जांच के आंकड़ों में तेजी देखी गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले एक महीने में, 8 अप्रैल तक सात दिनों के औसत आधार पर रोजाना जांच की संख्या 84 प्रतिशत बढ़कर 137,412 हो गई।

तकनीशियन एक महीने पहले की तुलना में अब एक दिन में 60,000 से अधिक जांच कर रहे हैं। रविवार को, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक संक्रमित मामलों की संख्या में 5,357 तक की मामूली गिरावट आई, हालांकि रोजाना और साप्ताहिक संक्रमण दर अब भी तीन प्रतिशत से ऊपर है।

8 मार्च को रोजाना जांच के सात दिनों का औसत 74,678 था। सप्ताहांत में कम जांच के कारण सात-दिनों का औसत किसी भी विषमता के लिहाज से सही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन सभी 23 राज्यों में जांच की दर को तेजी से बढ़ाने और सभी जांच में आरटी-पीसीआर जांच को साझा करने का आह्वान किया, जहां जांच का स्तर राष्ट्रीय औसत से नीचे पाया गया था। वर्तमान दर के हिसाब से भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर 100 जांच हो रही है।

विशेषज्ञों के अनुसार, संक्रमित मामलों की उच्च दर राज्यों में जांच के कम स्तर के कारण भी है क्योंकि अधिकांश लोग या तो घरेलू जांच के लिए जा रहे हैं या बिल्कुल भी जांच नहीं कर रहे हैं।
लगातार चार दिनों के दौरान सामने आए कोविड मामलों की संख्या 5,000 से अधिक बनी हुई है। वर्तमान में संक्रमण के आंकड़े सितंबर 2022 में देखे गए आंकड़े के करीब बने हुए हैं। रविवार को समाप्त सप्ताह में 34,011 मामलों का पता चला था। इससे पहले रविवार को यह आंकड़ा 18,458 था।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों और नए सरकारी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि 28 मार्च के बाद से मामलों की साप्ताहिक संख्या 10,000 से ऊपर रही है। इसके अलावा कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।

कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद पिछले सप्ताह 83 लोगों की मौत हो गई। एक महीने पहले कोविड से होने वाली मौत का आंकड़ा तीन था। पिछले सप्ताह की तुलना में मौतों में 66 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

First Published : April 9, 2023 | 10:31 PM IST