पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने कहा कि सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूटर (सीजीडी) अपने न्यूनतम कार्य कार्यक्रम (एमडब्ल्यूपी) में काफी पीछे हैं। सीजीडी ने मात्र 1.2 करोड़ रसोई गैस कनेक्शन का विस्तार किया।
सीजीडी की कनेक्शन विस्तार की कुल प्रतिबद्धता 2.2 करोड़ की थी और उन्होंने कुल प्रतिबद्धता का करीब आधा हिस्सा ही पूरा किया है।
पीएनजीआरबी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को ईमेल से भेजे जवाब में बताया कि चूक करने वाली इकाइयों को पत्र जारी कर कहा गया है कि वे अपनी न्यनूतम कार्य कार्यक्रम प्रतिबद्धताओं को पूरा करें और आम लोगों के उपयोग के लिए गैस बुनियादी ढांचे को खोलने का प्रयास करें।
नियामक ने महानगर गैस और वडोदरा गैस की बुनियादी ढांचे की एक्सक्लूसिविटी (विशेष अधिकार) की अवधि का विस्तार नहीं करने पर कहा, ‘सीजीडी इकाइयां प्रतिबद्धताओं पर खरी नहीं उतर पा रही हैं।
अब पीएनजीआरबी पाइप्ड नैचुरल गैस कनेक्शनों का तेजी से विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस क्रम में 26 जनवरी से 31 मार्च तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।’ मौजूदा कानूनों के तहत पीएनजीआरबी और तकनीकी-वाणिज्यिक व्यवहार्यता द्वारा न्यूनतम कार्य कार्यक्रम तैयार किए गए हैं।