वित्त-बीमा

यूनियन बैंक की 2,316 करोड़ रुपये का फंसा कर्ज बेचने की तैयारी

जून में सरकारी बैंक ने फंसे कर्ज वाले 25 खातों के अधिग्रहण के लिए बोली आमंत्रित की थी, जिनका कुल बकाया करीब 1,268 करोड़ रुपये था।

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सुब्रत पांडा   
Last Updated- August 12, 2024 | 11:45 PM IST

सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 45 खातों की 2,316 करोड़ रुपये की गैर निष्पादित संपत्ति (एनपीए) बिक्री के लिए रुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित किए हैं। इसमें रुचि लेने वाली इकाइयां 23 अगस्त को खुली नीलामी के माध्यम से इन खातों के लिए बोली लगा सकती हैं। बैंक ने इन खातों के लिए आरक्षित मूल्य तय किया है और उसे 17,500 करोड़ रुपये या इन खातों के मूल बकाये के 75 फीसदी वसूली की उम्मीद है।

बैंक ने संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी), बैंकों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी), वित्तीय संस्थानों (एफआई) और वैकल्पिक निवेश फंडों (एआईएफ) से 22 अगस्त तक रुचि पत्र आमंत्रित किया है। उसके बाद बैंक 23 अगस्त को ई-नीलामी के माध्यम से पूर्ण नकदी के आधार पर बाध्यकारी बोलियां आमंत्रित करेगा और उसके तुरंत बाद सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले के नाम की घोषणा की जाएगी।

उसके बाद 31 अगस्त को बैंक स्विस चैलेंज नीलामी का आयोजन करेगा। यह उन खातों के लिए होगा, जिनके लिए ई-नीलामी के दौरान केवल एक बोली मिली हो, साथ ही उन खातों के लिए भी होगा, जिनके लिए एक से अधिक बोलियां मिली हों। स्विस चैलेंज नीलामी के लिए ईओआई 30 अगस्त तक दाखिल किया जा सकेगा। उसके बाद स्विस चैलेंज नीलामी के दौरान रुचि लेने वाली इकाइयों को ई-नीलामी के दौरान मिली अधिकतम बोली से 5 फीसदी ज्यादा बोली लगानी होगी।

बिक्री के लिए रखे गए इन 45 खातों की सूची में लियो मैरिडियन इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स की बकाया राशि 263.53 करोड़ रुपये, सहारा हॉस्पिटलिटी का बकाया 261.90 करोड़ रुपये, पांडुरंग एनर्जी सिस्टम्स का बकाया 230.26 करोड़ रुपये, होटल हॉरिजन का 212.68 करोड़ रुपये, रेडियस इन्फ्राटेल का 110 करोड़ रुपये, एजेएस इंपेक्स का बकाया 108.82 करोड़ रुपये है।

दिलचस्प है कि इन खातों में कुछ ऐसे खाते भी हैं, जो बैंक द्वारा इसके पहले जून में कराई गई नीलामी में नहीं बिक पाए थे। ऐसे खातों में लियो मेरिडियन इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स, निर्मल लाइफस्टाइल, फड़निस प्रॉपर्टीज, पैरामाउंट स्टील्स के साथ अन्य शामिल हैं।

जून में सरकारी बैंक ने फंसे कर्ज वाले 25 खातों के अधिग्रहण के लिए बोली आमंत्रित की थी, जिनका कुल बकाया करीब 1,268 करोड़ रुपये था। बैंक को 25 खातों में से सिर्फ 5 के लिए ही बोलियां मिली थीं और बैंक द्वारा तय अधिक आरक्षित मूल्य के कारण शेष खातों के लिए कोई बोली नहीं मिली थी। उसके बाद बैंक ने स्विस चैलेंज नीलामी आयोजित की, जिसमें उसे जेपी हेल्थकेयर के लिए ही बोली मिल सकी थी।

वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के आखिर में इस सरकारी बैंक की सकल गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) 41,423 करोड़ रुपये थी, जो पिछली तिमाही से करीब 4 फीसदी कम है। वहीं बैंक का शुद्ध एनपीए 7,902 करोड़ रुपये था, जो तिमाही आधार पर 12.10 फीसदी कम है। बैंक का जीएनपीए अनुपात सुधर कर 4.54 फीसदी और शुद्ध एनपीए 0.90 फीसदी रहा है।

First Published : August 12, 2024 | 11:12 PM IST