एसबीआई लाइफ लाएगी स्वास्थ्य बीमा उत्पाद

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 4:42 AM IST

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बीएनपी परिबास केसंयुक्त उपक्रम एसबीआई लाइफ की जुलाई माह के अंत तक एक स्वास्थ्य बीमा उत्पाद लाने की योजना है।


कंपनी ने इसके लिए बीमा विनियामक के पास रजिस्ट्रेशन करा दिया है और उसे प्रस्ताव पर मंजरी मिलने का इंतजार है। एसबीआई लाइफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक उदय शंकर रॉय ने कहा कि हम स्वास्थ्य बीमा उत्पाद लाने के लिए बीमा विनियामक के पास अपील कर चुके हैं और हमें विनियामक की अनुमति मिलने का इंतजार है।

यह स्वास्थ्य बीमा उत्पाद गंभीर बीमारियों पर सुरक्षा प्रदान करने वाला उत्पाद होगा जिसमें गंभीर बीमारियों केइलाज पर लगने वाली पूंजी के साथ अस्पताल का खर्चा भी शामिल होगा। इसकी बिक्री अभी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और उसकी सहयोगी बैंकों से की जाएगी। बाद में ये बीमा उत्पाद सीधे अस्पताल से भी खरीदे जा सकेंगे।

एक सामान्य बीमा पॉलिसी में नगद राशि का भुगतान सीधे अस्पताल को किया जाता है लेकिन इस नई पॉलिसी में बीमा धारक के खाते से राशि को सीधे ही  काट लिया जाएगा। यह उत्पाद एक ऐसा बीमा उत्पाद होगा जिसके तहत सात जीवनघातक बीमारियों जैसे कैंसर,ब्लेड प्रेशर और हृदयाघात आदि का बीमा किया जाएगा।

रॉय ने कहा कि यह बीमा पॉलिसी अच्छे स्वास्थ्य मानकों पर निर्भर करेगी जो कि सभी गंभीर बीमारियों के लागू होगा। उन्होनें यह भी कहा कि इस बीमा पॉलिसी में समूह बीमा का लाभ तो मिलेगा ही साथ में प्रीमियम भी काफी कम होगा। इसके साथ ही एसबीआई लाई को आशा है कि बैंक का कुल प्रीमियम इस वित्त्तीय वर्ष के अंत तक 10,000 करोड़ के स्तर को पार कर जाएगा।

जबकि पिछले साल बैंक ने 5622 करोड़ का प्रीमियम इकठ्ठा किया था। कंपनी की पिछले साल ग्रोथ 91 फीसदी रही थी और यह 2008-09 में भी अपनी यह बढ़त बरकरार रखेगा। यह निजी बीमा कंपनी इस वित्तीय वर्ष में 250 नईं शाखाएं खोलेगी जबकि अभी इस बीमा कंपनी की 180 शाखाऐं हैं। रॉय ने कहा कि हम बीमा विनियामक के 250 शाखाओं को मंजूरी देने की ओर गौर कर रहें हैं और जैसे ही प्रस्ताव को अनुमति मिलेगी। हम शाखाऐं खोलना शुरु कर देंगे।

इसके अलावा बीमा कंपनी अपने एजेंट की संख्या में भी बढ़ोतरी करेगी। कंपनी की मार्च 2009 तक 40,000 से 60,000 नऐ एजेंटों की नियुक्ति करने का विचार है। इसके बाद कंपनी के कुल एजेंटों की संख्या एक लाख तक पहुंच जाएगी। कंपनी की योजना उड़ीसा में अपनी शाखाओं की संख्या 10 से बढ़ाकर 21 करने की है। कंपनी 60 फीसदी कारोबार वृध्दि की ओर फोकस कर रही है। पिछले साल कंपनी का उड़ीसा से मिलने वाला प्रीमियम 280 करोड़ रुपये रहा था।  

First Published : June 9, 2008 | 10:56 PM IST