एसबीआई कार्ड्स पेमेंट ऐंड सर्विसेज टीयर 2 बॉन्ड जारी कर 2,000 करोड़ रूपये जुटाने की योजना पर काम कर रही है। कंपनी पूंजी पर्याप्तता को दुरुस्त करने के लिए अतिरिक्त पूंजी जुटाएगी। कंपनी गैर परिवर्तनीय डिबेंचर जारी कर अतिरिक्त 2,000 करोड़ रुपए जुटाएगी। इस रकम का इस्तेमाल वह कारोबार को आगे बढ़ाने में करेगी।
नवंबर 2023 में भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने असुरक्षित ऋणों पर जोखिम भार बढ़ा दिया दिया था। आरबीआई के इस कदम के बाद एसबीआई कार्ड्स की पूंजी पर्याप्तता 4.9 प्रतिशत कम हो गई थी। दिसंबर 2018 के अंत में इसका पूंजी पर्याप्तता अनुपात 18.4 प्रतिशत रह गया, जो सितंबर 2023 में 23.3 प्रतिशत के स्तर पर था।
क्रिसिल रेटिंग्स ने एसबीआई कार्ड के 2,000 करोड़ रूपये के गैर- परिवर्तनीय डिबेंचर और इतनी ही रकम के बॉन्ड को को ‘ए ए ए/स्टेबल’ रेटिंग दी है। रेटिंग एजेंसी ने कंपनी के बॉन्ड और इसकी बैंक ऋण सुविधाओं की रेटिंग बरकरार रखी है।
पूंजी जुटाने की योजना पर कंपनी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि वह अल्प और दीर्घकालिक स्रोतों से रकम जुटती रहती है। कंपनी ने कहा कि यह उसकी कारोबारी गतिविधियों का हिस्सा है। एसबीआई कार्ड्स ने कहा कि ये गतिविधियां विभिन्न कारकों कैसे परिसंपत्ति देनदारी प्रबंधन, ब्याज दरों और बाजार के हालात पर निर्भर करती हैं।
एसबीआई कार्ड्स ने कहा, ‘कंपनी के पास पर्याप्त पूंजी है और अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता पड़ी तो कई स्रोतों से वह रकम जुटा सकती है। हम बाजार के हालात और ब्याज दरों पर विचार करने के बाद ही पूंजी जुटाने के संबंध में कोई निर्णय लेते हैं।’ भारतीय स्टेट बैंक की कंपनी में 68.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है। क्रिसिल के अनुसार एसबीआई कार्ड्स की कुल उधारी में बैंक से लिए ऋणों की हिस्सेदारी लगभग 81 प्रतिशत है।