facebookmetapixel
Jaiprakash Associates को खरीदने की दौड़ में Adani ग्रुप सबसे आगे, Vedant को पछाड़ा!अगले पांच साल में डिफेंस कंपनियां R&D पर करेंगी ₹32,766 करोड़ का निवेश, रक्षा उत्पादन में आएगी तेजीEPFO Enrolment Scheme 2025: कामगारों के लिए इसका क्या फायदा होगा? आसान भाषा में समझेंउत्तर प्रदेश में MSMEs और स्टार्टअप्स को चाहिए क्वालिटी सर्टिफिकेशन और कौशल विकासRapido की नजर शेयर बाजार पर, 2026 के अंत तक IPO लाने की शुरू कर सकती है तैयारीरेलवे के यात्री दें ध्यान! अब सुबह 8 से 10 बजे के बीच बिना आधार वेरिफिकेशन नहीं होगी टिकट बुकिंग!Gold Outlook: क्या अभी और सस्ता होगा सोना? अमेरिका और चीन के आर्थिक आंकड़ों पर रहेंगी नजरेंSIP 15×15×15 Strategy: ₹15,000 मंथली निवेश से 15 साल में बनाएं ₹1 करोड़ का फंडSBI Scheme: बस ₹250 में शुरू करें निवेश, 30 साल में बन जाएंगे ‘लखपति’! जानें स्कीम की डीटेलDividend Stocks: 80% का डिविडेंड! Q2 में जबरदस्त कमाई के बाद सरकारी कंपनी का तोहफा, रिकॉर्ड डेट फिक्स

SBI Cards बॉन्ड से जुटाएगी 2,000 करोड़ रुपये

यह रकम कारोबार को आगे बढ़ाने और पूंजी पर्याप्तता को 18.4% से बढ़ाकर 23.3% करने के लिए इस्तेमाल की जाएगी।

Last Updated- March 29, 2024 | 12:04 AM IST
SBI Card will charge 1% extra on certain transactions from Nov

एसबीआई कार्ड्स पेमेंट ऐंड सर्विसेज टीयर 2 बॉन्ड जारी कर 2,000 करोड़ रूपये जुटाने की योजना पर काम कर रही है। कंपनी पूंजी पर्याप्तता को दुरुस्त करने के लिए अतिरिक्त पूंजी जुटाएगी। कंपनी गैर परिवर्तनीय डिबेंचर जारी कर अतिरिक्त 2,000 करोड़ रुपए जुटाएगी। इस रकम का इस्तेमाल वह कारोबार को आगे बढ़ाने में करेगी।

नवंबर 2023 में भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने असुरक्षित ऋणों पर जोखिम भार बढ़ा दिया दिया था। आरबीआई के इस कदम के बाद एसबीआई कार्ड्स की पूंजी पर्याप्तता 4.9 प्रतिशत कम हो गई थी। दिसंबर 2018 के अंत में इसका पूंजी पर्याप्तता अनुपात 18.4 प्रतिशत रह गया, जो सितंबर 2023 में 23.3 प्रतिशत के स्तर पर था।

क्रिसिल रेटिंग्स ने एसबीआई कार्ड के 2,000 करोड़ रूपये के गैर- परिवर्तनीय डिबेंचर और इतनी ही रकम के बॉन्ड को को ‘ए ए ए/स्टेबल’ रेटिंग दी है। रेटिंग एजेंसी ने कंपनी के बॉन्ड और इसकी बैंक ऋण सुविधाओं की रेटिंग बरकरार रखी है।

पूंजी जुटाने की योजना पर कंपनी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि वह अल्प और दीर्घकालिक स्रोतों से रकम जुटती रहती है। कंपनी ने कहा कि यह उसकी कारोबारी गतिविधियों का हिस्सा है। एसबीआई कार्ड्स ने कहा कि ये गतिविधियां विभिन्न कारकों कैसे परिसंपत्ति देनदारी प्रबंधन, ब्याज दरों और बाजार के हालात पर निर्भर करती हैं।

एसबीआई कार्ड्स ने कहा, ‘कंपनी के पास पर्याप्त पूंजी है और अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता पड़ी तो कई स्रोतों से वह रकम जुटा सकती है। हम बाजार के हालात और ब्याज दरों पर विचार करने के बाद ही पूंजी जुटाने के संबंध में कोई निर्णय लेते हैं।’ भारतीय स्टेट बैंक की कंपनी में 68.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है। क्रिसिल के अनुसार एसबीआई कार्ड्स की कुल उधारी में बैंक से लिए ऋणों की हिस्सेदारी लगभग 81 प्रतिशत है।

First Published - March 29, 2024 | 12:04 AM IST

संबंधित पोस्ट