कहते हैं विश्लेषक

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 09, 2022 | 11:36 PM IST

गुजरात स्टेट पेट्रोनेट


सिफारिश : 28.05 रुपये
मौजूदा भाव : 30.05 रुपये
लक्षित मूल्य : 34 रुपये
बढ़त : 13.14 फीसदी
ब्रोकरेज : बीएनपी परिबा सिक्योरिटीज

प्राकृतिक गैस ट्रांसमिशन नेटवर्क की सबसे बड़ी कंपनी गेल के बाद इस क्षेत्र की देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी गुजरात स्टेट पेट्रोनेट है।

प्राकृतिक गैस बाजार में इस कंपनी की हिस्सेदारी करीब 16 फीसदी है। हालांकि गेल की बाजार हिस्सेदारी करीब 78 फीसदी है।


प्राकृतिक गैस आपूर्ति के बढ़ते कारोबार को देखते हुए कहा जा सकता है कि जीएसपीएल में लंबे समय के लिए निवेश बेहतर साबित हो सकता है।

हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ गैस आपूर्ति करार में देरी की वजह से कंपनी को थोड़ा झटका लगा था, लेकिन भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए इसमें निवेश करना फायदे का सौदा हो सकता है।

यही नहीं, वित्त वर्ष 2008 से वित्त वर्ष 2011 तक जीएसपीएल की गैस आपूर्ति क्षमता में सालाना करीब 26.8 फीसदी की दर से बढ़ोतरी होने का अनुमान है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि कंपनी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और टोरेंट पावर के साथ करार किया है।

रिलायंस अप्रैल 2009 से गैस की आपूर्ति करेगी। कंपनी की उत्पादन क्षमता वित्त वर्ष 2010 तक 40 एमएमएससीएमडी तक होने की उम्मीद है। वहीं वित्त वर्ष 2011 तक यह 60 एमएमएससीएमडी और वर्ष 2012 तक 80 एमएमएससीएमडी तक पहुंचने का अनुमान है।

इसके साथ ही नया रेगुलेशन, जो लगाई गई पूंजी पर कर से पहले मिला रिर्टन (आरओसीई) 18.2 फीसदी है, उससे भी जीएसपीएल के आरओसीई में लाभ की उम्मीद है। नए रेगुलेशन की वजह से कंपनी को वित्त वर्ष 2011 तक 21.6 फीसदी आरओसीई होने की उम्मीद है।


कुल मिलाकर कहा जाए, तो लंबे समय के लिए गुजरात स्टेट पेट्रोनेट में निवेश बेहतर सौदा साबित हो सकता है।

ऑप्टो सर्किट्स

सिफारिश : 85 रुपये
मौजूदा भाव : 87.60 रुपये
लक्षित मूल्य : 140 रुपये
बढ़त : 59.8 फीसदी
ब्रोकरेज : एम्बिट कैपिटल

ऑप्टो सर्किट्स के वित्त वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही के नतीजे उम्मीद भरे हैं। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की परिचालन आय 211 करोड़ रुपये, जो साल-दर-साल 65.7 फीसदी की दर से बढ़ी है।

हालांकि कंपनी के शुद्ध मुनाफे में 47.4 फीसदी का उछाल आया है और यह बढ़कर 52.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि कंपनी का प्रदर्शन चालू वित्त वर्ष में और बेहतर रहने की उम्मीद है और इसका कर बाद मुनाफे में भी इजाफा होने की उम्मीद है।

ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में कंपनी को 176.4 से 196.76 करोड़ रुपये तक मुनाफा हो सकता है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि कंपनी की प्रशासनिक लागत जहां कम है, वहीं अन्य स्रोतों से उसे अच्छी कमाई हो रही है।

भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए कंपनी वित्त वर्ष 2010 में 100 करोड़ रुपये निवेश की योजना बना रही है, जो पिछले पहले 25 करोड़ रुपये था।

पूंजी के लिए कंपनी पर ब्याज का बोझ भी कम होता नजर आ रहा है, क्योंकि प्रवर्तक वारंट कन्वर्जन के जरिए 18 करोड़ रुपये जुटाने की अनुमति दे सकते हैं।

ब्रोकरेज हाउसों का कहना है कि कंपनी का प्रदर्शन अगर अगली कुछ तिमाहियों में बेहतर रहा, तो इसके शेयरों में उछाल आने की पूरी संभावना है।

कंपनी का मुनाफा और इसमें निवेश पर बेहतर रिटर्न को देखते हुए कहा जा सकता है कि ओसीएल निवेश का बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

सीईएससी

सिफारिश : 228 रुपये
मौजूदा भाव : 230.85 रुपये
लक्षित मूल्य : 449 रुपये
बढ़त : 94.4 फीसदी
ब्रोकरेज : एंजेल ब्रोकिंग

ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन बेहतर रहने से इसके शेयरों की कीमतों में उछाल आने की पूरी संभावना है। वित्त वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही में कंपनी के राजस्व में 12.9 फीसदी का उछाल आया है।

यानी कंपनी ने तीसरी तिमाही में 763 करोड़ रुपये की कमाई की है। वहीं कंपनी के शुद्ध मुनाफे में भी करीब 5.4 फीसदी का इजाफा हुआ और सा-दर-साल यह बढ़कर 98 करोड़ रुपये पहुंच गया।

इस तिमाही में कंपनी ने डब्ल्यूबीईआरसी से 3.91 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली आपूर्ति का करार किया है, जो पहले 3.86 रुपये प्रति यूनिट थी।

बिजली की मांग को देखते हुए कंपनी वर्ष 2013 तक बिजली उत्पादन क्षमता को मौजूदा 975 मेगावाट से बढ़ाकर 4,150 मेगावाट करने की योजना बना रही है। दरअसल, स्पेंसर रिटेल भी बड़े पैमाने पर विस्तार की योजना बना रही है।

वर्ष 2010 तक कंपनी अपने स्टोर्स की संख्या  बढ़ाकर 1000 करने की तैयारी कर रही है, वहीं अगले 12 महीनों में कंपनी के स्टोर्स मुनाफा अर्जित करने लगेंगे। मौजूदा समय में कंपनी के स्टोर्स की संख्या करीब 400 हैं।

सीईएससी प्रॉपर्टीज इसकी सहयक इकाई है, जिसकी शेयर वैल्यू 17 रुपये प्रति शेयर है। ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक, भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए सीईएससी में निवेश अच्छा सौदा साबित हो सकता है।

कंटेनर कॉरपोरेशन

सिफारिश : 663 रुपये
मौजूदा भाव : 701.1 रुपये
लक्षित मूल्य : 800 रुपये
बढ़त : 14.1 फीसदी
ब्रोकरेज : एमके ग्लोबल

कंटेनर कॉरपोरेशन भारत की प्रमुख मालवाहक (लॉजिस्टिक) कंपनी है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में साल-दर-साल के हिसाब से कंपनी के मुनाफे में 29.9 फीसदी का उछाल आया है।

कंपनी की आय में इजाफा मुख्यत: भाड़े में बढ़ोतरी की वजह से आई है। खासकर, आयात-निर्यात सेंगमेंट में भाड़ा बढ़ने और कंटेनर हैंडलिंग के खर्च में कटौती की वजह से कंपनी को अच्छा मुनाफा हुआ है।

आयत-निर्यात सेंगमेंट में इस तिमाही में गिरावट आई है, जिससे कंपनी के वॉल्यूम में केवल 11.4 फीसदी का विकास दर्ज किया गया। कंपनी के मुताबिक, औद्योगिक क्षेत्र में आई मंदी की वजह से कंटेनर कारोबार पर असर पड़ा है।

हालांकि कंपनी ने अगस्त 2008 में किराए में इजाफा करने की घोषणा की, जिससे इसका मुनाफा कुछ हद तक बढ़ा है। घरेलू सेंगमेंट की बात करें, तो माल ढुलाई में करीब 5.6 फीसदी की गिरावट आई है।

वित्त वर्ष 2009 में कंपनी को करीब 3,920 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है, वहीं मुनाफा 820 करोड़ रुपये तक रह सकता है।

जेएसडब्ल्यू स्टील

सिफारिश : 205 रुपये
मौजूदा भाव : 211 रुपये
लक्षित मूल्य : 197 रुपये
गिरावट : -6.6 फीसदी
ब्रोकरेज : आईआईएफएल

चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जेएसडब्ल्यू स्टील का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। इस दौरान कंपनी को कुल 128 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि कंपनी को अनुमान था कि उसे करीब 6.5 करोड़ रुपये का मुनाफा होगा।

दरअसल, कंपनी को 177 करोड़ रुपये का फॉरेक्स घाटा हुआ है, जिससे नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि जेएसडब्ल्यू स्टील वित्त वर्ष 2009 की अंतिम तिमाही में उत्पादन क्षमता को 3 मीट्रिक टन सालानरा बढ़ाने की योजना बना रही है।

इसकी वजह से वित्त वर्ष 2010 तक कंपनी को ब्याज और डेप्रिशिएसन लागत के मद में करीब 2,300 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। हालांकि इससे कंपनी की बिक्री में करीब 70 फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद है।

और यह बढक़र 15 से 17 लाख टन पहुंच सकता है। हालांकि घरेलू बाजार के साथ-साथ विदेशों में भी स्टील की खपत घटने का अनुमान है, जिससे कंपनी के विकास पर असर पड़ सकता है। लेकिन लागत कम करने और अन्य उपायों से कंपनी अगली तिमाही में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। 

(मौजूदा बाजार मूल्य जनवरी 2009)

First Published : February 1, 2009 | 9:36 PM IST