निफ्टी-50 सूचकांक ने शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन नई ऊंचाई को छुआ और 14,435.65 अंक पर बंद हुआ। विश्लेषकों का मानना है कि यह सूचकांक अल्पावधि में 15,600 की ओर पहुंच सकता है, क्योंकि कई तकनीकी संकेतक मौजूदा समय में सकारात्मक संकेत दे रहे हैं।
हालांकि पिछले दो सप्ताहों के दौरान आई भारी तेजी को देखते हुए निवेशकों को 15,400 या 15,350 जैसे मुख्य समर्थन स्तरों पर नजर बनाए रखने की जरूरत होगी।
एलकेपी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रोहित सिंगरे ने कहा, यदि यह सूचकांक 14,350 से ऊपर बने रहने में सफल रहता है तो हम अल्पावधि में और तेजी देख सकते हैं। इस सूचकांक के लिए अल्पावधि समर्थन स्तर 15,400-15,350 और अल्पावधि अवरोध 15,500-15,600 के दायरे में है।’
मार्केटस्मिथ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि निफ्टी तेजी के रुझान में बना रहेगा, क्योंकि वह लंबे समय तक अपने 50-डे मूविंग एवरेज (डीएमए) को बरकरार रखने में सफल रहा है, जो 14,762 के आसपास है। रिपोर्ट में कहा गया है, यदि निफ्टी अपने मुख्य मूविंग एवरेज को पार करने में विफल रहता है तो हम अपट्रेंड अंडर प्रेशर’ के लिए बाजार स्थिति में बदलाव देख सकते हैं।’
विश्लेषकों का कहना है कि बैंकिंग और ऊर्जा शेयरों, खासकर रिलायंस इंडस्ट्रीज का प्रदर्शन बाजार के लिए मौजूदा स्तरों पर डटे रहने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।
कैपिटलवाया ग्लोबल रिसर्च के प्रमुख (टेक्नीकल रिसर्च) आशिष बिस्वास ने कहा, सूचकांक के संभावित स्तर 15,250-15,600 के दायरे में बने रहने की संभावना है। आरएसआई (रिलेटिव स्ट्रेंग्थ इंडेेक्स) और एमएसीडी (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डायवर्जेंस) जैसे गति संकेतकों से मौजूदा बाजार स्तर से संभावित तेजी का संकेत मिलता है।’
बाजार के लिए आरएसआई मौजूदा समय में करीब 66 के दायरे में है। इसके 70 के पार पहुंचने को मंदी का संकेत समझा जाएगा, क्योंकि इससे संकेत मिलता है कि बाजार में ज्यादा खरीदारी हुई है। इसी तरह, प्रमुख गति संकेतक एमएसीडी तेजी का संकेत दे रहा है।
इस बीच, विश्लेषकों निफ्टी के लिए 16,400 का मध्यावधि लक्ष्य निर्धारित किया है। उनका कहना है कि मौजूदा स्तरों से अन्य 6 प्रतिशत की तेजी वित्त, उपभोक्ता वस्तु, और वाहन क्षेत्र के शेयरों पर केंद्रित होगी।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट के प्रमुख (टेक्नीकल) धर्मेश शाह ने कहा, अगली तिमाही के लिए 16,400 का लक्ष्य बीएफएसआई, खपत, वाहन और इन्फ्रा पर केंद्रित होगा। इस प्रक्रिया में हमें सूचकांक द्वारा 14,600 का मुख्य समर्थन दायरा पार किए जाने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इसलिए गिरावट का इस्तेमाल अच्छी गुणवत्ता के लार्जकैप और मिडकैप शेयरों की खरीद में किया जा सकता है।’
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार अगले सप्ताह आरबीआई की मौद्रिक बैठक पर नजर रखेगा, जिसमें केंद्रीय बैंक द्वारा अनुकूल नजरिया बनाए रखने की संभावना है।
