आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) और जेनएआई का प्रभाव आम लोगों पर ही नहीं कंपनियों की कार्यप्रणाली पर भी झलकने लगा है। इसे लेकर चर्चाएं बड़ी कंपनियों के अधिकारियों के बीच बातचीत का हिस्सा बन रही हैं। लेकिन, इसके बढ़ते दायरे के साथ ही जो चीज उन्हें परेशान कर रही है, वह डेटा सुरक्षा, साइबर अपराध और नियामकीय अनुपालन के मुद्दे हैं।
आज के दौर के ये ऐसे ज्वलंत मुद्दे हैं, जिन पर बिज़नेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई इनसाइट समिट 2024 में मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारियों ने विशेष सीटीओ लंच सत्र के दौरान विचार-विमर्श किया।
इनसाइट समिट में बैंकिंग, वित्तीय, बीमा (बीएफएसआई) तथा फिनटेक क्षेत्र के शीर्ष अधिकारी एक मंच पर जुटे हैं और अपने-अपने क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, इन दिग्गजों ने इस बात के प्रति चेताया है कि भारतीय डेटा अपनी गैर ढांचागत प्रकृति के कारण एआई के लिए तैयार नहीं है और पुरातन प्रणाली के कारण अनेक चुनौतियां सामने खड़ी हैं।
मानकों की कमी और नए एआई प्रौद्योगिकी के साथ पुराने डेटा ढांचे की चुनौती बराबर बनी हुई है। इन ज्वलंत मुद्दों के अलावा समिट में एक और प्रमुख चुनौती जिस पर प्रकाश डाला गया, वह नवाचार को बढ़ावा देने और लगातार बदल रहे नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के बीच सही संतुलन ढूंढ़ने की है।
जिस प्रकार प्रौद्योगिकी का लगातार विकास हो रहा है, शीर्ष अधिकारियों के समक्ष इसका दबाव बढ़ता जा रहा है कि वे उद्योग के कड़े मानकों का पालन करने एवं संवेदनशील ग्राहक डेटा की सुरक्षा के लिए आधुनिक समाधान तलाश करें।