वित्त-बीमा

बरेली राजमार्ग परियोजना और मुंबई मेट्रो वन

NARCL की फंसे ऋणों पर नजर

Published by
सुब्रत पांडा   
Last Updated- November 05, 2024 | 10:18 PM IST

सरकारी स्वामित्व वाली राष्ट्रीय परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी लिमिटेड (एनएआरसीएल) बरेली राजमार्ग परियोजना के 1737 करोड़ रुपये के फंसे हुए ऋण के अधिग्रहण में प्रमुख दावेदार के रूप में उभरी है। सूत्रों के मुताबिक ऋणदाताओं के समूह को बरेली राजमार्ग परियोजना पर 30 अक्टूबर को हुए स्विस चैलेंज में प्रति निविदा प्राप्त नहीं हुई थी। सरकारी स्वामित्व वाली एआरसी ने ऋणों के लिए 300 करोड़ रुपये की एंकर निविदा दी थी जिससे ऋणदाताओं को 17 प्रतिशत की वसूली होती।

इसके अलावा एनएआरसीएल ने मुंबई मेट्रो वन के फंसे हुए कर्ज के लिए 1,063 करोड़ रुपये की एंकर निविदा दी। मुंबई मेट्रो वन के ऋणदाताओं के समूह का 28 नवंबर को स्विस चैलेंज नीलामी प्रस्तावित है। एनएआरसीएल की एंकर नीलामी से ऋणदाताओं को 86 प्रतिशत की वसूली होती है।

यदि स्विस चैलेंज नीलामी के दौरान कोई जवाबी निविदा नहीं मिलती है तो एनएआरसीएल को निविदा का विजेता घोषित किया जा सकता है। इस सिलसिले में एनएआरसीएल को ईमेल भेजा गया था लेकिन खबर छपने तक जवाबनहीं मिला।

भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में उधारी देने वालों के समूह की तरफ से आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स ऐंड सिक्योरिटीज ने बरेली राजमार्ग परियोजना के गैर निष्पादित ऋणों के लिए जवाबी निविदाएं आमंत्रित की थीं।

एनएआरसीएल ने संपत्ति के लिए 300 करोड़ रुपये की एंकर निविदा आमंत्रित की थी जो 15:85 के अनुपात में नकदी व सिक्योरिटी थी। बरेली राजमार्ग परियोजना स्पेशन पर्पज व्हीकल था और इसके प्रमोटर ईरा इन्फ्रा इंजीनियरिंग और ओजीएससी- सिबमोस्ट थे।

यह परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग 24 के मौजूदा दो लेन सड़क को बरेली से सीतापुर तक चार लेन बनाने के लिए थी। इस परियोजना के लिए ऋण देने वालों के समूह में एसबीआई, पंजाब नैशनल बैंक, इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी (आईआईएफसीएल), बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया हैं। नीलामी दस्तावेज के अनुसार इस समूह में सबसे ज्यादा ऋण एसबीआई का 693.21 करोड़ रुपये का था।

First Published : November 5, 2024 | 10:18 PM IST