देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने व्यवसायों को मजबूत बनाने के लिए मार्च 2024 तक एडीशनल टियर-1 (AT-1) बॉन्डों के जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है।
BSE को दी जानकारी में SBI ने कहा है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ बैंक ने आज हुई अपनी बैठक में वित्त वर्ष 2024 तक रुपया और/या अन्य परिवर्तनीय मुद्रा में बेसेल-3 अनुपालन डेट के निर्गम से पूंजी जुटाए जाने को मंजूरी प्रदान की। पूंजी उगाही घरेलू के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों से की जा सकेगी। SBI ने कहा है कि यह कोष उगाही भारत सरकार की सहमति के अधीन होगी।
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SBI के अधिकारियों का कहना है कि बैंक यह पूंजी मार्च 2023 से पहले जुटाना चाहेगा। वह अच्छी दर के लिए बॉन्ड प्रतिफल की राह पर नजर बनाए रखेगा। यह कोष उगाही बाजार की दिलचस्पी के आधार पर चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। बैंक का पूंजी पर्याप्ता अनुपात (CAR) सितंबर 2022 में 13.41 प्रतिशत था, जो नियामकीय शर्त से ऊपर था।