भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की एक समीक्षा में कहा गया है कि भारतीय बैंकों का करीब 1 अरब डॉलर से ज्यादा का कारोबार वित्तीय संकट का सामना कर रहे कुछ प्रमुख अमेरिकी और यूरोपीय वित्तीय संस्थानों के साथ है।
इन वित्तीय संस्थानों में लीमन ब्रदर्स और एआईजी जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। देश के दस सरकारी और दो निजी बैंकों का अमेरिका के प्रमुख वित्तीय संस्थान वाकोविया कॉर्पोरेशन, वाशिंगटन म्युचुअल, एआईजी, लीमन ब्रदर्स और एक यूरोपीय संस्थान फोर्टिस के साथ 1.08 अरब डॉलर से ज्यादा का कारोबार है।
इनमें से करीब 44 करोड़ 56 लाख डॉलर का कारोबार फंड आधारित है जबकि 63 करोड़ 42 लाख डॉलर का कारोबार गैर-फंड आधारित है।
भारतीय बैंकों के अमेरिकी और कुछ यूरोपीय वित्तीय संस्थानों के साथ कारोबार पर वित्त मंत्रालय ने कहा है कि हाल में अमेरिका और यूरोप के कुछ प्रमुख वित्तीय संस्थानों के धराशायी होने के मद्देजनर आरबीआई ने भारत के 37 बड़े बैंकों के इन वित्तीय संस्थानों के साथ 30 सितंबर 2008 तक के कारोबार की समीक्षा की थी।
इन मामलों से जुड़े भारतीय बैंकों ने 4 करोड़ 73 लाख डॉलर का प्रावधान किया है। देश के सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने खुलासा किया था कि ब्रिटेन में उसकी इकाई ने लीमन ब्रदर्स के सीनियर बांड में 8 करोड़ डॉलर तक का निवेश किया था।