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बैंकिंग व्यवस्था में बढ़ रही नकदी की कमी, RBI की VRR नीलामी में बहुत मजबूत रही मांग

बाजार हिस्सेदारों को उम्मीद है कि आने वाले महीने में नकदी की कमी 2 लाख करोड़ रुपये से 3 लाख करोड़ रुपये के बीच बनी रहेगी।

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अंजलि कुमारी   
Last Updated- January 25, 2024 | 9:58 PM IST

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की वैरिएबल रेट रीपो (VRR) नीलामी में बैंकों की ओर से मांग बहुत मजबूत रही है। रिजर्व बैंक ने 2.5 लाख करोड़ रुपये अधिसूचित किए थे और बैंकों ने 3.08 लाख करोड़ रुपये की बोली लगाई है। नकदी की तंग स्थिति को देखते हुए रिजर्व बैंक व्यवस्था में नकदी डालने के लिए VRR नीलामी कर रहा है।

बैंकिंग व्यवस्था में नकदी की कमी बुधवार को बढ़कर 3.46 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो मंगलवार को 3.34 लाख करोड़ रुपये थी। केंद्रीय बैंक 25,000 करोड़ रुपये डालने के लिए सोमवार को दूसरे दिन की VRR नीलामी करेगा।

बाजार हिस्सेदारों को उम्मीद है कि आने वाले महीने में नकदी की कमी 2 लाख करोड़ रुपये से 3 लाख करोड़ रुपये के बीच बनी रहेगी।

करूर वैश्य बैंक में कोषागार के प्रमुख वीआरसी रेड्डी ने कहा, ‘सोमवार से बॉन्ड रिडंप्शन के कारण नकदी की तंग स्थिति से कुछ राहत मिल सकती है। यह 3 लाख करोड़ रुपये से नीचे रहेगी। लेकिन कमी की स्थिति बनी रहेगी। सरकार का व्यय जारी होने के बाद पहले सप्ताह में यह तंगी घटकर 1.5 से 2 लाख करोड़ रुपये के बीच रह सकती है।’

उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद नहीं है कि रिजर्व बैंक अब इसके बाद किसी बड़ी राशि के लिए वीआरआर नीलामी करेगा और हुआ भी तो यह 2 लाख करोड़ रुपये से नीचे रह सकता है।’ सोमवार को 59,533 करोड़ रुपये के बॉन्डों का रिडंप्शन होना है।

STCI प्राइमरी डीलर लिमिटेड में मुख्य अर्थशास्त्री आदित्य व्यास ने कहा, ‘पिछली तिमाही में मोटे तौर पर नकदी की तंग स्थिति रही है। इस माह के अंत तक बजट के आसपास सरकार का व्यय बढ़ने से नकदी की स्थिति कुछ सुधर सकती है।’

उन्होंने कहा, ‘वीआरआर, रिडंप्शन और सरकारी व्यय के कारण व्यवस्था में नकदी करीब 2.4 से 3 लाख करोड़ रुपये या इससे कम की तंगी के स्तर पर स्थिर हो सकती है।’चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान बैंकिंग व्यवस्था में नकदी में प्राथमिक रूप से तंगी की स्थिति रही है। कर जमा करने के कारण जनवरी में इसमें और कमी आ गई।

केंद्रीय बैंक बैंकिंग व्यवस्था में नकदी डालने के लिए वैरिएबल रेट रीपो नीलामी कर रहा है। वीआरआर नीलामी में केंद्रीय बैंक को उल्लेखनीय प्रतिक्रिया मिली है। व्यवस्था में नकदी की तंग स्थिति रहने के कारण बैंकों ने 2.5 से 3 गुना तक बोली लगाई है। केंद्रीय बैंक ने 6 महीने बाद 15 दिसंबर को वीआरआर नीलामी की थी।

एक निजी बैंक के कोषागार प्रमुख ने कहा, ‘मुझे लगता है कि न तो नकदी की स्थिति और न ही ओवरनाइट मार्केट दरों में हाल फिलहाल कोई बदलाव होने वाला है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि रिजर्व बैंक नकदी को घाटे में रखने में काफी हद तक सहज है।’

गुरुवार को भारित औसत कॉल दर 6.78 प्रतिशत और टीआरईपी दर 6.75 प्रतिशत रही। दोनों ही 6.5 प्रतिशत रीपो रेट से ऊपर है।

First Published : January 25, 2024 | 9:58 PM IST