प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
निजी क्षेत्र के आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने मंगलवार को कहा कि शेयरधारकों ने करंट सी इन्वेस्टमेंट्स बीवी को बैंक के बोर्ड में एक गैर-सेवानिवृत्त, गैर-कार्यकारी निदेशक को नामित करने की मंजूरी मांगने वाले विशेष प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है, लेकिन बैंक इस मामले में काम जारी रखेगा और इसके साथ ही शेष नियामक मंजूरियां प्राप्त करने का प्रयास करेगा।
शेयर बाजार को दी गई सूचना में बैंक ने कहा है, ‘आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए अपेक्षित बहुमत नहीं मिल सका, लेकिन हमें इस मसले के सुलझ जाने का पूरा भरोसा है। हम शेष नियामक मंजूरियां हासिल करने की दिशा में साथ साथ आगे बढ़ रहे हैं।’
बीएसई में बैंक का शेयर 2 प्रतिशत से ज्यादा लुढ़ककर 67.16 रुपये पर बंद हुआ। सोमवार को बैंक ने खुलासा किया कि प्रस्ताव को शेयरधारकों की मंजूरी नहीं मिल सकी है और इसे सिर्फ 64.1 प्रतिशत मत मिले, जो कोई विशेष प्रस्ताव के अनुमोदन के लिए जरूरी 75 प्रतिशत मतों से कम था।
अमेरिका की निजी इक्विटी फर्म वारबर्ग पिनकस एलएलसी और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) ने तरजीही इक्विटी इश्यू के माध्यम से बैंक में सामूहिक रूप से 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करने पर सहमति व्यक्त की है। इसका मकसद बैंक के अगले चरण की वृद्धि को समर्थन करना है। वारबर्ग पिनकस अपनी सहयोगी कंपनी करंट सी इन्वेस्टमेंट्स बीवी के माध्यम से 4,876 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है, जबकि एडीआईए अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी प्लैटिनम इनविक्टस बी 2025 आरएससी के माध्यम से 2,624 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
फंड जुटाने के बाद करंट सी इन्वेस्टमेंट्स बीवी के पास 9.48 प्रतिशत और प्लैटिनम इन्विक्टस बी 2025 आरएससी के पास बैंक की 5.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। बैंक ने अधिकृत शेयर पूंजी को पुनर्वर्गीकृत करने तथा बैंक के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन के कैपिटल क्लॉज में संशोधन के लिए पोस्टल बैलट के माध्यम से शेयरधारकों की मंजूरी मांगी।
साथ ही तरजीही आधार पर 7,500 करोड़ रुपये के सीसीपीएस के आवंटन और इसे जारी करने के लिए शेयरधारकों से मंजूरी मांगी गई। इसके अलावा बैंक के आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन में संशोधन और करंट सी इन्वेस्टमेंट बीवी को एक गैर सेवानिवृत्त और गैर कार्यकारी निदेशक को नामित करने का अधिकार देने की मंजूरी मांगी गई। शेयरधारकों ने पहले 2 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी, जिसके लिए क्रमशः 99.61 प्रतिशत और 99.18 प्रतिशत मत मिले। वहीं तीसरे प्रस्ताव को शेयरधारकों का अपेक्षित बहुमत नहीं मिल सका।
बैंक ने मंगलवार को कहा कि बैंक के शेयरधारकों ने 7,500 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को 99.18 प्रतिशत के भारी बहुमत से मंजूरी दी है। उसने कहा कि अधिकृत शेयर पूंजी के पुनर्वर्गीकरण को भी 99.38 प्रतिशत मतों से मंजूरी मिल गई है।