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एचडीएफसी बैंक के लिए डिजिटल की राह में बाधा

Last Updated- December 14, 2022 | 8:23 PM IST

एचडीएफसी बैंक का शेयर पिछले गुरुवार से चार प्रति से ज्यादा गिर गया, क्योंकि नियामक ने बैंक से अपनी डिजिटल 2.0 पहल और नए क्रेडिट कार्ड की पेशकश रोकने को कहा है। 1,372.25 रुपये के मौजूदा भाव पर कारोबार कर रहा बैंक का शेयर करीब 10 दिन पहले दर्ज किए गए अपने 52 सप्ताह के ऊंचे स्तर से 7 प्रतिशत तक गिर चुका है।
अपने करीब 95 प्रतिशत रिटेल ट्रांजेक्शन डिजिटल तौर पर प्राप्त करने वाले इस बैंक के लिए मूडीज के विश्लेषकों ने पिछले सप्ताह के घटनाक्रम को क्रेडिट निगेटिव करार दिया था। मूडीज के विश्लेषकों ने एक रिपोर्ट में लिखा है, ‘आरबीआई के कदम से एचडीएफसी बैंक की डिजिटल 2.0 पहल को शुरू किए जाने में विलंब होगा। इस पहल के तहत बेंक ने अपने सभी ग्राहकों के डिजिटल लेनदेन को समेकित करने की योजना बनाई है। इससे बैंक के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए खर्च बढऩे की संभावना है जिससे उसके मुनाफे पर भी दबाव पड़ेगा।’
डिजिटल 2.0 को यूटिलिटी पेमेंट, बचत, निवेश, शॉपिंग, ट्रेड, बीमा और सलाहकार सेवाओं जैसे विभिन्न डिजिटल ट्रांजेक् शन को समेकित और सुव्यवस्थित करने वाले प्लेटफॉर्म के तौर पर माना जा रहा है। एचडीएफसी बैंक ने इस पहल के तहत डिजिटल ऑटो लोन की पेशकश करने की भी योजना बनाई है जिससे दोपहिया और चार-पहिया वाहन ऋणों का स्वरूप डिजिटल हो जाएगा। इन ऋणों का उसके रिटेल पोर्टफोलियो में करीब 25 प्रतिशत का योगदान है, जिसे देखते हुए इस प्लेटफॉर्म के विलंब से वृद्घि प्रभावित हो सकती है।
मैक्वेरी कैपिटल के सुरेश गणपति का कहना है कि एचीएफसी बैंक औसत उद्योग की दर के मुकाबले तीन गुना बढ़ा है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों का कहना है कि इस रफ्तार पर नजर रखे जाने की जरूरत होगी और आगामी विकास घटनाक्रम पर ध्यान देना होगा।

First Published - December 9, 2020 | 11:40 PM IST

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