आम आदमी का इक घर का सपना और दुश्वार हो गया है। होम लोन क्षेत्र के दो धुरंधर बैंकों एचडीएफसी और आईसीआईसीआई ने अपनी होम लोन दरों में 0.75 फीसदी का इजाफा कर दिया है।
आईसीआईसीआई ने फ्लोटिंग होम लोन की दरों के साथ जमा की दरें भी बढ़ाईं हैं, लेकिन उसने फिक्स्ड दरों में अभी बदलाव नहीं किया है। देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने होम लोन की दर पौन प्रतिशत बढ़ा दी है।
आईसीआईसीआई बैंक ने विभिन्न रिटेल तयशुदा जमा राशियों पर भी ब्याज दर 0.75 प्रतिशत से एक प्रतिशत तक बढ़ा दी है। बढ़ी हुई दर आज से ही लागू हो गई है। बैंक ने कहा कि ग्राहक ऋण के लिए संशोधित फ्लोटिंग रेफरेंस रेट अब 13 . 5 प्रतिशत की बजाय 14 . 25 प्रतिशत होगी। आईसीआईसीआई बैंक के फिक्स्ड रेट लोन ग्राहकों के लिए दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
मुद्रास्फीति की बढ़ती दर पर अंकुश लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से किए गए कड़े मौद्रिक उपायों के बाद एचडीएफसी ने आज अपने रिटेल होम लोन की दरें 0.75 फीसदी बढ़ाकर 11.75 प्रतिशत कर दी। ब्याज दरों में बढ़ोतरी की वजह बताते हुए एचडीएफसी ने कहा कि अर्थव्यवस्था में चल रही ब्याज दरों के अनुरूप ही यह बढ़ोतरी की गई है, क्योंकि बढ़ रही मुद्रास्फीति के कारण ब्याज दरें कड़ी हो गई हैं।
एचडीएफसी बैंक का यह फैसला सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक पंजाब नेशनल बैंक द्वारा उठाए गए इसी तरह के कदम के बाद आया है। पीएनबी ने अपनी प्रधान कर्ज की दरों में 1 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इस प्रकार होम, निगमित, पर्सनल और ऑटो लोन मंहगे हो गए हैं। एचडीएफसी ने आज जारी एक बयान में बताया कि खुदरा प्रधान उधारी दर (आरपीएलआर) या फ्लोटिंग होम लोन दर में एक अगस्त से 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी।
होम लोन की दरों में मौजूदा ऋण प्राप्तकर्ताओं पर भी असर होगा, जिनके लोन की दरें एक अगस्त से फिर से तय होंगी। एचडीएफसी ने कहा कि फ्लोटिंग होम लोन दरें बढ़ाने से अगले तीन महीने के दौरान मौजूदा ग्राहकों पर असर होगा। कंपनी ने फिक्स्ड होम लोन दरें 14 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखी हैं। निजी क्षेत्र के यस बैंक ने आज अपनी बेंचमार्क प्रमुख उधारी दर (बीपीएलआर) आधा फीसदी बढ़ाकर 17 फीसदी कर दी है जो एक अगस्त से प्रभावी होगी। बैंक ने सभी अवधि के लिए सावधि जमाओं की ब्याज दरें भी बढ़ा दी हैं।
एक साल से लेकर 18 महीने तक की परिपक्वता अवधि वाली जमाओं पर दस फीसदी ब्याज मिलेगा, जबकि पहले ब्याज दर 9.75 फीसदी थी। उल्लेखनीय है कि पीएनबी, जम्मू एंड कश्मीर बैंक और ऐक्सिस बैंक सहित विभिन्न बैंकों ने अपना मार्जिन बचाने के लिए कल बीपीएलआर बढ़ा दीं। रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर और सीआरआर बढ़ाने के बाद बैंकों द्वारा उक्त पहल की गई। सेंट्रल बैंक ने अपनी प्रधान कर्ज की दरों (पीएलआर) और जमा दरों में बढाेतरी की है। बैंक ने पीएलआर में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है, जबकि उसने अलग-अलग मैच्योरिटी के लिए जमा दरों में 0.25 फीसदी से 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है।